मध्यप्रदेश के कटनी में जीआरपी थाने में महिला और नाबालिग की पिटाई के मामले ने राजनीतिक हलकों में हंगामा मचा दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पटवारी ने कहा कि प्रदेश में जंगल राज कायम है, जहां दलित, आदिवासी और पिछड़ों के खिलाफ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने टीकमगढ़ में बलात्कार और कटनी में थाने में बर्बरता की घटनाओं को प्रदेश की बदतर स्थिति के रूप में पेश किया।
भाजपा का बचाव और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
बीजेपी ने इस मामले को लेकर कहा है कि यह घटना एक साल पुरानी है, लेकिन पटवारी ने इस दावे को खारिज कर दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या पुरानी घटनाओं पर कार्रवाई नहीं की जाएगी? उन्होंने एनसीआरबी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि प्रदेश में दलित और आदिवासी समुदाय के खिलाफ अपराधों के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। पटवारी ने घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए कहा कि कांग्रेस अब हर स्तर पर सरकार को जवाबदेह ठहराएगी।
सरकार की नीतियों पर सवाल
पटवारी ने सरकार की नीतियों को आलोचित करते हुए कहा कि सरकार केवल अपने नंबर बढ़ाने के लिए मकान गिराने और बुलडोजर चलाने में व्यस्त है, जबकि कानून-व्यवस्था की स्थिति बदहाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि गृहमंत्री से न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती, और बीजेपी की कई ऐसी घटनाओं की ओर इशारा किया जहां दलित, आदिवासी और कमजोर वर्ग के लोगों पर जघन्य अपराध हुए हैं।
कांग्रेस की ओर से कार्रवाई की मांग
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि उसके कार्यकर्ता शासन की विरोधी नीतियों के खिलाफ खड़े रहेंगे और मामले में कार्रवाई की मांग जारी रखेंगे। पटवारी ने कहा कि सरकार मामले की लीपापोती करने की कोशिश कर रही है, और कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को हर स्तर पर उठाएगी।