प्रदेश में इन दिनों अलग-अलग हिस्सों में बनी मौसम प्रणालियों का असर देखने को मिल रहा है। नमी का लगातार प्रवाह जारी रहने के कारण कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। शुक्रवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक बैतूल में सबसे ज्यादा 34 मिमी पानी गिरा। रतलाम में 28 मिमी, छिंदवाड़ा में 24 मिमी, पचमढ़ी और सीधी में 3-3 मिमी, श्योपुर में 2 मिमी और नौगांव में 1 मिमी बारिश दर्ज की गई। इन आंकड़ों से साफ है कि प्रदेश में बरसात का असर अभी भी जारी है।
आज किन जिलों में बरसेंगे मेघ
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार शनिवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर और इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा शेष क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। यानी मौसम का मिजाज फिलहाल बदलता रहेगा और अलग-अलग इलाकों में छिटपुट बारिश देखने को मिलेगी।
चक्रवात की स्थिति
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इस समय उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के हिस्सों में ऊपरी हवा का चक्रवात सक्रिय है। इसके अलावा दक्षिणी मराठवाड़ा पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। वहीं, एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर बांग्लादेश तक फैली हुई है, जो बिहार और पश्चिम बंगाल से होते हुए गुजर रही है। इन सभी प्रणालियों का असर मध्य भारत के मौसम पर भी पड़ रहा है।
किन जिलों में हैं बारिश के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक आज प्रदेश के 24 जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, इंदौर, धार, झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला और डिंडौरी जिले शामिल हैं। इन जिलों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई गई है।
द्रोणिका का असर
विशेषज्ञों ने जानकारी दी है कि उत्तर-दक्षिणी द्रोणिका इस समय दक्षिणी उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश, विदर्भ होते हुए मराठवाड़ा तक बनी हुई है। इसी द्रोणिका की वजह से प्रदेश में अलग-अलग इलाकों में बारिश हो रही है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला के अनुसार फिलहाल बंगाल की खाड़ी में कोई विशेष सक्रिय प्रणाली नहीं है, लेकिन एक द्रोणिका मध्य प्रदेश से होकर गुजरने के कारण छिटपुट बारिश हो रही है।
आगे कब होगी तेज बारिश
मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार को भी भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर और इंदौर संभाग के जिलों में वर्षा की संभावना बनी रहेगी। बाकी क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। हालांकि बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा के चक्रवात बनने के संकेत मिल रहे हैं। यदि यह प्रणाली सक्रिय होती है, तो इसके प्रभाव से अगले दो दिनों में जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग के जिलों में अच्छी वर्षा होने की संभावना है। इससे एक बार फिर मौसम का रुख पूरी तरह बदल सकता है।