सिविल सर्जन को बिना तैयारी के आना पड़ा भारी, कटा 7 दिन का वेतन

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उज्जैन 08 मार्च: कलेक्टर आशीष सिंह ने समय-सीमा के लम्बित पत्रों की समीक्षा बैठक में बिना तैयारी के बैठक में आने पर सिविल सर्जन डॉ.पीएन वर्मा का सात दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने सभी जिला अधिकारियों को चेतावनी दी है कि समय-सीमा के लम्बित पत्रों की समीक्षा बैठक के एक दिन पूर्व सभी अधिकारी लम्बित प्रकरणों का अध्ययन एवं तैयारी करके आयें। बैठक में एडीएम नरेन्द्र सूर्यवंशी, अपर कलेक्टर अवि प्रसाद, जिला पंचायत सीईओ अंकित अस्थाना, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, स्मार्ट सिटी सीईओ  जितेन्द्रसिंह चौहान सहित जिले के सभी एसडीएम एवं जिला अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर ने बैठक में उपायुक्त सहकारिता को निर्देश दिये हैं कि गृह निर्माण संस्थाओं की अनियमितताओं के सम्बन्ध में की जा रही जांच में तेजी लायें तथा जिन व्यक्तियों को संस्थाओं द्वारा सदस्य होने के बाद भी प्लाट से वंचित किया गया है, उनकी शिकायतों को पृथक से सूचीबद्ध कर उन पर कार्यवाही की जाये। बैठक में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की समीक्षा की गई तथा निर्देश दिये गये कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के निराकरण में यद्यपि जिले की रेंकिंग में सुधार हुआ है, किन्तु फिर भी सामान्य प्रशासन एवं राजस्व विभाग की शिकायतें सर्वाधिक लम्बित हैं। विशेष अभियान चलाकर इनका निराकरण किया जाये। कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि उज्जैन जिले को ‘ए’ केटेगरी के पांच जिलों में रेंकिंग के हिसाब से शामिल होना चाहिये। इसके लिये सभी विभागों के जिला प्रमुख सीएम हेल्पलाइन के निराकरण पर विशेष ध्यान दें।