नई दिल्ली। चीन और भारतीय जवानों में हुई हिंसक झड़प के बाद अब दोनों देशों में ही तनाव की स्थिति बन गई है। ऐसे में चीन की और से अब तक झड़प में हुए नुकसान की पुष्टि नहीं की गई है। हालांकि इस पर विदेशी खुफिया एजेंसियों के अनुसार 35 चीनी सैनिक भी मारे गए हैं।
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने लद्दाख के उस हिस्से पर कब्जा करने के लिए चीनी आर्मी के वेस्ट थियेटर कमांड के प्रमुख जनरल झाओ झोंग्की को जिम्मेदारी सौंपी थी। गलवान वैली में उनके प्लान के मुताबिक ही पहले काफी हथियार जमा किए गए और अपनी सेना के रहने के लिए एक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया गया।
झाओ झोंग्की के कहने पर ही चीनी सेना ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था। चीन ने भलेही अब तक अपने सैनिकों के मारे जाने की बात की कोई जानकारी ना दी हो लेकिन चीन की चुप्पी से साफ जाहिर होता है कि उसे नुकसान काफी ज्यादा हुआ है। वहीं रिपोर्ट की माने तो अपने सैनिकों के मारे जाने का गम छुप छुप कर मना रहा है।
बता दें कि चीन के साथ हुई झड़प के बाद से तीनों ही सेनाओं को अलर्ट पर रखा गया है। गौरतलब है कि भारत-चीन के बीच लद्दाख बॉर्डर पर मई की शुरुआत से ही हालात तनावपूर्ण बने हुए है। चीनी सैनिकों ने भारत द्वारा तय की गई एलएसी को पार कर लिया था और पेंगोंग झील, गलवान घाटी के पास आ गए थे।
बताया जा रहा है कि दोनों देशों के आर्मी अफसरों के फैसले के बाद जब चीनी सेना ने पीछे जाने से इनकार किया तो हिंसक झड़प हुई। लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच सोमवार को हुई मुठभेड़ में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं।