Cyclone Dana: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 21 अक्टूबर को चेतावनी जारी की थी कि बंगाल की खाड़ी में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र बुधवार (23 अक्टूबर) को चक्रवात दाना में बदल जाएगा। यह चक्रवात ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ पहुंचेगा, जिसमें हवा की गति 110-120 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।
तटीय क्षेत्रों में सावधानी
तटीय इलाकों में मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे इस हफ्ते समुद्र में न जाएं। ओडिशा और पश्चिम बंगाल ने इस तूफान से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियां कर ली हैं।
राष्ट्रपति का दौरा टला
ओडिशा में संभावित चक्रवात की चेतावनी को देखते हुए स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, और सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां 26 अक्टूबर तक रद्द कर दी गई हैं। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का ओडिशा का तीन दिवसीय दौरा भी स्थगित कर दिया गया है।
पर्यटकों के लिए निर्देश
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने जानकारी दी है कि 10 तटीय जिलों में ओडीआरएएफ की 17 टीमों को तैनात किया गया है। पर्यटकों को पुरी की यात्रा न करने की सलाह दी गई है और उन्हें शहर खाली करने के लिए कहा गया है।
राहत और बचाव के इंतजाम
चक्रवात के दौरान नगर निगम का नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्यशील रहेगा। राहत के लिए 250 राहत केंद्र और 500 अतिरिक्त केंद्र बनाए गए हैं। भुवनेश्वर मौसम विभाग की निदेशिका मनोरमा महापात्र ने बताया कि चक्रवात बुधवार को अधिक सक्रिय होगा, जिससे भारी बारिश की संभावना है।
बारिश की आशंका और प्रभावित जिले
मौसम विभाग के अनुसार, 24 और 25 अक्टूबर को बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर, पश्चिमी मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और झाड़ग्राम में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना, पुरुलिया और बांकुरा जिलों में भी इसी प्रकार की बारिश होने का अनुमान है।
ट्रेन सेवाओं पर असर
इस चक्रवात के कारण ओडिशा से गुजरने वाली 178 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जिनमें प्रमुख रूट जैसे हावड़ा-सिकंदराबाद और नई दिल्ली-भुवनेश्वर शामिल हैं। पुरी-हावड़ा रूट पर 25 अक्टूबर तक ट्रेनों का परिचालन भी रोक दिया गया है।
एनडीआरएफ की तैनाती
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया गया है। भटिंडा से 5 टीमें ओडिशा पहुंच चुकी हैं, जिनमें 152 कर्मी शामिल हैं। उनका मुख्य कार्य जिला प्रशासन की मदद करना, बचाव और राहत सामग्री वितरित करना होगा।