धर्म
सावन के महीने में इस दिन भूलकर भी ना खरीदे चूड़ियां, जाने क्या है हिंदू धर्म में इसका महत्व
सावन का महीना शुरू हो चुका है यह महीना हिंदू धर्म में बेहद पवित्र और पावन माना जाता है। इस सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना और पूजा
23 जुलाई को शिवभक्ति का महापर्व, सावन शिवरात्रि पर बन रहे हैं ये पुण्यदायक संयोग
श्रावण मास की शुरुआत होते ही देशभर में शिवभक्तों में भक्ति और उल्लास की लहर दौड़ गई है। मंदिरों में सुबह से रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
तुला राशि में गोचर करेंगे दैत्यों के गुरु शुक्र, इन 3 राशियों को मिलेगा अपार सुख-सौभाग्य, मिलेगी मनचाही सफलता
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को धन, ऐश्वर्य, प्रेम और सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है। असुरों के गुरु कहलाने वाले शुक्रदेव, देवताओं की श्रेणी में भी प्रतिष्ठित हैं और
राखी सिर्फ भाई के लिए नहीं! जानें और किस-किस को बांधा जा सकता है यह पवित्र धागा
Rakshabandhan 2025 : रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति का एक अत्यंत भावनात्मक और पारंपरिक त्योहार है, जो भाई-बहन के बीच अटूट प्रेम, विश्वास और समर्पण का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने
क्या हैं नंदी मुद्रा? जिसमे महिलाएं करती हैं शिवलिंग की विशेष आराधना
भारतीय आध्यात्मिक परंपरा में पूजा-पाठ केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि मन, शरीर और आत्मा को साधने का एक माध्यम भी माना जाता है। हर देवी-देवता की पूजा की अपनी
केतु का नक्षत्र परिवर्तन होगा खास, पांच राशियों की खुलेगी किस्मत, मिलेगा मान-सम्मान, धन-ज्ञान प्राप्ति के योग
Ketu Nakshatra Parivartan : ज्योतिष में एक बार फिर से केतु का नक्षत्र परिवर्तन होने वाला है। 20 जुलाई को केतु पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में गोचर करेंगे और उसी दिन राहु
सावन में व्रत करना सबके लिए नहीं! जानिए किन लोगों पर लगती है धार्मिक रोक
सावन का महीना शिवभक्ति, उपवास और संयम का पावन समय माना जाता है. लाखों श्रद्धालु इस दौरान सोमवार का व्रत रखते हैं और भोलेनाथ की आराधना करते हैं. हालांकि यह
शिव मंदिर में ताली क्यों बजाते हैं? 3 बार बजाने का रहस्य जानकर चौंक जाएंगे!
शिव मंदिरों में अक्सर आप लोगों को पूजा या ध्यान से पहले तीन बार ताली बजाते हुए देखते होंगे. कई लोग इसे केवल परंपरा या श्रद्धा का हिस्सा मानते हैं,
शिव जी को केतकी फूल चढ़ाना क्यों है वर्जित? वजह जानकर रह जाएंगे हैरान!
भगवान शिव, जिन्हें देवों के देव महादेव कहा जाता है, सादगी, तप और सच्चाई के प्रतीक हैं. शिवलिंग की पूजा में बेलपत्र, धतूरा, गंगाजल और सफेद फूलों का विशेष महत्व
शिवलिंग पर तुलसी क्यों नहीं चढ़ानी चाहिए? जानें वो रहस्य जो पुराणों में छुपा है
सावन आते ही शिवभक्तों में शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र और फूल चढ़ाने की परंपरा शुरू हो जाती है. लेकिन बहुत से लोग इस दौरान एक ऐसी गलती कर बैठते
काशी में मरना क्यों कहलाता है सबसे पवित्र? शिव स्वयं सुनाते हैं ये गुप्त ‘तारक मंत्र’
हिंदू धर्म में मोक्ष को जीवन का अंतिम लक्ष्य माना गया है — ऐसा मुक्ति मार्ग जिसमें आत्मा जन्म-मरण के चक्र से मुक्त होकर परमात्मा में विलीन हो जाती है.
सावन में दिखा नागदेवता? समझ लीजिए आपके ऊपर बरस रही है भोलेनाथ की कृपा!
सावन का महीना शिवभक्तों के लिए बेहद पावन माना जाता है. चारों ओर “ॐ नमः शिवाय” की गूंज और जलाभिषेक की पूजा से वातावरण शिवमय हो उठता है. ऐसे में
क्या आप सही दिन कर रहे हैं दान? जानिए किस दिन किस चीज का दान देता है तुरंत फल
हिंदू धर्म में दान को सबसे बड़ा पुण्य माना गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर दिन दान करने का फल अलग होता है? जी हां! शास्त्रों और
शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद खाना शुभ है या अशुभ, जाने क्या है पौराणिक मान्यताएं
सावन का पावन महीना शुरू हो चुका है। सावन के महीने में भगवान शिव के भक्ति उनकी पूजा और आराधना करते हैं। सभी शिव भक्त भगवान शिव की पूजा आराधना
चंद्रमा और गुरु 22 जुलाई को बनाएंगे गजकेसरी राजयोग, तीन राशियों के बदलेगी किस्मत, मिलेगा धन-संपत्ति का लाभ
Gajkesari Rajyog : वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों का गोचर समय-समय पर होता है। यह गोचर न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है बल्कि बड़े पैमाने प्रदेश और
कामधेनु मूर्ति रखने से होती है मां लक्ष्मी की कृपा! जानिए पूजा का सही समय और तरीका
भारतीय संस्कृति और शास्त्रों में गौ माता को देवी का रूप माना गया है. विशेष रूप से कामधेनु गाय को “इच्छा पूर्ण करने वाली गाय” कहा गया है. यह ऐसी
क्यों कहा गया है सावन में चांदी के नाग-नागिन को शुभ? जानिए कौन से दोष होंगे शांत!
सावन का महीना शिव भक्ति और आध्यात्मिक साधना का विशेष समय माना जाता है. इस पवित्र माह में भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है. ऐसे
क्या 29 दिनों का सावन शुभ है या अशुभ? जानें क्या कहते हैं पंचांग और शास्त्र
सावन 2025: 30 या 31 नहीं, सिर्फ 29 दिन का क्यों? इस साल सावन मास की अवधि सिर्फ 29 दिनों की रह गई है, जो आमतौर पर 30 या 31
शिवलिंग अभिषेक में क्यों जरूरी हैं गंगाजल, दूध, घी और शहद? जानिए क्या बदल सकता है आपका जीवन
शिवलिंग पर अभिषेक करना सनातन धर्म की एक अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली विधि मानी जाती है. विशेष रूप से गंगाजल, दूध, घी और शहद जैसे शुद्ध और सात्त्विक पदार्थों से
कुंवारी लड़कियां से लेकर विवाहित महिलाएं तक, जानिए क्यों सावन में हरी चूड़ियां पहनना होता है खास
सावन का महीना जितना धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, उतना ही यह महिलाओं के लिए सौंदर्य, श्रृंगार और आस्था का प्रतीक भी है. इस पवित्र महीने में हरी चूड़ियां पहनने