ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवग्रहों में दैत्यों के गुरु शुक्र और ग्रहों के राजकुमार बुध की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। बुध को संचार, विधि, अर्थशास्त्र और व्यापार का कारक कहा गया है जबकि मिथुन और कन्या राशि के स्वामी माने जाने वाले बुध गणित के भी कारक होते हैं।
वही शुक्र को सौंदर्य और भौतिक सुख का कारक माना गया है। इन्हें तुला राशि का स्वामी भी माना जाता है। वर्तमान समय में बुध कर्क राशि में विराजमान है और 31 अगस्त तक यही रहेंगे।
तीन राशियों के लिए लाभकारी साबित
21 अगस्त को शुक्र भी कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। इस प्रकार चंद्रमा की राशि कर्क में बुध और शुक्र की युति से लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण होगा। विशेष योग तीन राशियों के लिए लाभकारी साबित होने वाला है।
कब बनता है यह योग
ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बेहद शुभ माना गया है। जब किसी भी राशि में शुक्र और बुध का संयोग होता है तो लक्ष्मी नारायण योग बनता है। कहा जाता है कि जिनकी कुंडली में यह योग होता है, उस पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। उन्हें जीवन में धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। ऐश्वर्य, मान सम्मान और सफलता उनके जीवन में खुद बढ़ते जाते हैं।
जिस दिन राशियों को इसका लाभ मिलेगा। उनमें कर्क राशि भी शामिल है। कर्क राशि के लिए लक्ष्मी नारायण राजयोग वरदान साबित होगा। पार्टनरशिप में काम करने वालों को सफलता मिलेगी। व्यापार में मुनाफा होगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आत्मविश्वास और आय में वृद्धि होगी। वैवाहिक जीवन सुख में रहेगा। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। नौकरी पेशा लोगों को प्रमोशन मिल सकती है। नई जिम्मेदारी का लाभ मिलेगा।
कन्या राशि के लिए यह समय बेहद खास होगा। धन और भौतिक सुख में वृद्धि होगी। बचत करने में सफल रहेंगे। संतान से शुभ समाचार मिलने के योग हैं। निवेश से लाभ होगा। पुरानी मनोकामना पूरी होगी। पारिवारिक जीवन खुशनुमा रहेगा।
वृश्चिक राशि के लिए रुका हुआ धन वापस मिल सकता है। धार्मिक और मांगलिक कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। नौकरी पेशा में प्रमोशन और वेतन वृद्धि का तोहफा मिल सकता है। व्यापार में बड़ा लाभ होगा। कोई अहम जिम्मेदारी मिलने की संभावना है। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। आध्यात्मिक झुकाव बढ़ेगा।
Note : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।