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दूसरों की जय से पहले खुद की जय करें!
जयराम शुक्ल स्वामी विवेकानंद युवाओं के आदर्श हैं। उनकी जयंती पर युवा दिवस मनाया जाता है। उनके बारे में इतना कुछ लिखा पढ़ा जा चुका है कि एक औसत युवा
स्वामी प्रसाद मौर्य: क्या यूपी में भी ‘खेला’ शुरू हो गया है?
अजय बोकिल चुनाव के पहले सत्ता सुख की चाह में दलबदल भार vतीय राजनीति में नई बात नहीं है, लेकिन देश में यूपी सहित पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा
5 राज्यों में चुनावी हो हल्ला : 3 मुख्यमंत्रियों का भाजपाई ’प्रयोग’…..तीन तिगाड़ा…काम बिगाड़ा……!
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने की तारीख सामने आने के साथ ही सियासत तेज होने लगी है। हालांकि सबसे अधिक नजर यदि है तो वह पंजाब और
हमसे का भूल भई जो ये सजा हमको मिली
दिनेश निगम ‘त्यागी’ निगम-मंडलों में नियुक्तियों के मामले में कुछ की लाटरी लगी तो कुछ मायूस हैं। हर स्तर पर दोहरा रवैया देखने को मिला। भाजपा के संभागीय संगठन मंत्री
हिन्दी की गति, नियति और हम
दिवस विशेष/जयराम शुक्ल विश्व हिन्दी दिवस प्रति वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। विश्व में हिन्दी का विकास करने और इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनों
रविवारीय गपशप: कड़कड़ाती ठंड में भी पहाड़ों पर पर्यटन के शौक़ीनों का जमावड़ा
इन दिनों पहाड़ों पर जम के बर्फ़बारी हो रही है और परिणाम स्वरूप मैदानी इलाक़े भी सर्दी से काँप रहे हैं , लेकिन पहाड़ों पर पर्यटन के शौक़ीनों का जमावड़ा
बठिंडा से उठा बवाल बवंडर नहीं बन पाया!
-श्रवण गर्ग देश के आम नागरिकों को कुछ भी सूझ नहीं पड़ रही है कि कोरोना की नई लहर में अपनी स्वयं की रक्षा की कोशिशों के बीच वे प्रधानमंत्री
विपरीत परिस्थितियों में सफलता का मार्ग दिखाता है धैर्य
(प्रवीण कक्कड़) किसी कार्य में सफलता या लक्ष्य हासिल करने के लिए सबसे जरूरी क्या है… कोई कहेगा योग्यता, कोई साहस तो कोई भाग्य लेकिन इन सबसे भी अधिक जरूरी
5 राज्यों में चुनावी हो-हल्ला : जनता को मीठे वादों का जूस पिलाने दो…बस एक बार सरकार बनाने दो….
शीतलकुमार ’अक्षय’ । कोरोना की तीसरी लहर के कोहराम में देश के पांच राज्यों में चुनाव का बिगूल बज गया है। जिन पांच राज्यों में चुनाव होना है वहां न
कब तक हम हबीबियों को कोसेंगे? कब तक लव जिहाद पर गुर्राएंगे?
नितिन मोहन शर्मा जावेद हबीब की हरकत नाक़ाबिल ऐ बर्दाश्त है। लेकिन प्रश्न सबसे अहम वही है….की ये हमारे कुल खानदान की महिलाओं को जरूरत क्या है हबीब के पास
आखिर क्यों नहीं कसते रेत माफियाओं पर लगाम….
संपादकीय प्रदेश में रेत माफिया हावी है…यह बात निश्चित ही सरकार के अफसर ही नहीं जानते बल्कि सरकार के मुखिया स्वयं शिवराज भी जानते होंगे बावजूद इसके रेत माफियाओं पर
पीएम सुरक्षा में चूक और सियासत के अचूक सवाल !
अजय बोकिल पंजाब के फिरोजपुर में पार्टी रैली को सम्बोधित करने जा रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफिले में सुरक्षा चूक और बिना रैली में जाए पीएम की वापसी, जितना
सरवटे बस स्टैंड के पुराने दुकानदारों के साथ वादाखिलाफी क्यों ?
अर्जुन राठौर सरवटे बस स्टैंड को जब तोड़ा गया और इसके निर्माण का कार्य शुरू हुआ तब वहां के 14 से अधिक दुकानदारों को नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त ने
कमलेश्वरजी को याद करते हुए
जयंती/जयराम शुक्ल पिछले पैतीस साल की पत्रकारीय यात्रा में मेरे दिल-ओ-दिमाग में जिन कुछ शख्सियतों की गहरी छाप रही है उनमें से कमलेश्वर जी प्रमुख हैं। आज उनका जन्मदिन है।
आरक्षण की मृगतृष्णा को पहले समझिए!
साँच कहै ता/जयराम शुक्ल स्वतंत्रता के बाद भारतमाता की पुनर्प्राणप्रतिष्ठा का सपना पाले गांधी जी इहलोक से प्रस्थान कर गए। अन्ना जैसे सभी समाजसेवी कहते हैं कि आज गांव संकट
C21 मॉल के खिलाफ कार्रवाई ठंडे बस्ते में क्यों चली गई ?
C21 मॉल के खिलाफ पिछले दिनों काफी हल्ला मचा और कहा गया कि नगर निगम द्वारा इस मॉल की नपती ली जा रही है। और यह भी कहा गया है
सुनी-सुनाई : खबरों के केन्द्र में नरोत्तम
रवीन्द्र जैन आजकल मप्र की राजनीति में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा सबसे अहम हो गये हैं। मीडिया उनकी हर हरकत पर पैनी नजर बनाये हुए है। पिछले दिनों केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद
राजवाड़ा 2 रेसीडेंसी
अरविंद तिवारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो सबकी सुनते हैं और सबके साथ तालमेल जमा कर चलने में भरोसा रखते हैं। चाहे वह उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी हो या फिर
अब अन्य पिछड़ा वर्ग बन रहा गले की फांस….
राज-काज दिनेश निगम ‘त्यागी’ – पंचायत चुनाव कब तक के लिए टल गए, कोई नहीं जानता लेकिन ओबीसी आरक्षण का मसला भाजपा और कांग्रेस के लिए गले की फांस बनता
बिछड़े साथी बारी बारी .. ( पुस्तक समीक्षा )
ब्रजेश राजपुत २०२१ का साल बीत गया मगर बीता साल बहुत कुछ जिन्दगी में रीत गया. हमारी आपकी ज़िन्दगी में ऐसा खालीपन का दौर पहले कभी नहीं आया जो पिछले