आर्टिकल
इस संक्रमण से बचने के लिए कहां ढूंढेंगे ‘रेमडेसिविर’
– लवीन राव ओव्हाल शहर का सबसे हॉट टॉपिक अभी रेमडेसिविर इंजेक्शन है। खासकर उनके लिए जिन्होंने किसी अपने को संक्रमण की चपेट में तड़पते नहीं देखा है। इंजेक्शन के
बस्तर के पत्रकारों को सौ-सौ सलाम
प्रियंका कौशल बस्तर के पत्रकार..उनमें भी कुछ युवा पत्रकार.. इनके हौसलों को सलाम है। अपनी जान पर खेलकर पुलिस प्रशासन की मदद करने में कभी पीछे नहीं हटते। उनपर ख़बर
सवाल उलटा होना चाहिए! बंगाल में मोदी जीतेंगे या हार जाएँगे ?
श्रवण गर्ग लोगों की यह जानने की भारी उत्सुकता है कि बंगाल चुनावों के नतीजे क्या होंगे ? ममता बनर्जी हारेंगी या जीत जाएँगी ? सवाल वास्तव में उलटा होना
निर्लज्ज व्यवस्था की दुल्हन के साथ दुल्हा रोहतक से चला बांदा !!
– सतीश जोशी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार में, जिस परिवार से देश को एक उपराष्ट्रपति मिला, उसी खानदान का जाया मुख्तार अंसारी भारी सुरक्षा बल के बीच रोहतक पंजाब
हम बेबस है जेबें ख़ाली करते है और तमाशा देखते रहते है
वैश्य समाज बिखरा बिखरा सा है यह आवश्यक है की हम पहले उन्हें संगठित करे। देवेन्द्र बंसल सामाजिक स्तर पर हम एक नही है ।अनेक संस्थाए है सब कार्य कर
दुष्यंत संग्रहालय में गूंजी माखनलाल चतुर्वेदी की आवाज़, श्रोताओं ने सुनी ‘पुष्प की अभिलाषा
भोपाल. दुष्यंत कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय में आज उपस्थित श्रोताओं ने माखनलाल चतुर्वेदी की आवाज़ में उनकी अमर रचना ‘पुष्प की अभिलाषा’ सुनकर गौरव की अनुभूति की. इस कविता के
दमोह में भाजपा के नहले पर दहला जड़ने की तैयारी में कांग्रेस
दिनेश निगम ‘त्यागी’ भाजपा के स्टार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ दमोह उप चुनाव प्रचार अभियान के सिलसिले में अभी एक बार ही दौरे पर
शब्द संपदा की चोरी और हरण
अंदाज़ अपना सुरेन्द्र बंसल का पन्ना आज तक तेज़ के संजय Sanjay Sinha की कहानी को किसी fm चैनल की rj ने उन्हें कोई क्रेडिट नहीं देते हुए सुनाया कि
वोकल फ़ॉर वोकल ने किया कार्यकर्तओं को सहयोग, घर-घर पहुंचाई वैक्सीन की जानकारी
भाँगिया गाँव में वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में बहुत दहशत फ़ैली हुई थी,महिला एवं बाल विकास की कार्यकर्ताओं के लगातार प्रयास के बाद भी नही पड़ रहा था
महाराष्ट्र सरकार वाला मॉडल मप्र सरकार अपनाने की उदारता दिखाए तो लूट से बच सकते हैं मरीज-परिवार
कीर्ति राणा इंदौर।कोरोना संक्रमित मरीजों की जैसे जैसे संख्या बढ़ रही है, उपचार में कारगर माने जाने वाले इंजेक्शन रेमिडिसीविर की मांग बढ़ने से इंदौर, भोपाल सहित अन्य शहरों में
राजवाड़ा 2 रेसीडेंसी
अरविंद तिवारी बात यहां से शुरू करते हैं बीजेपी के सबसे अनुभवी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह की राजनीति का अब एकमात्र मंत्र और एकमेव सूत्र है; ‘संघ को साधना’! मुख्यमंत्री के रूप
ये नरभक्षी माओवादी हैं,नक्सली नहीं! इनमें बुनियादी फर्क समझिए
जयराम शुक्ल ये कानून सान्याल, चारू मजूमदार की नक्सलबाड़ी से उपजे क्रांतिदूत नहीं अपितु ये वहसी राक्षस हैं,दरिंदे, लुटेरे, चौथ वसूलने वाले राष्ट्रद्रोही। ये नक्सली नहीं चीन के ‘धन’ और
राज-काज: कोरोना या चुनावी ‘क्वारेंटाइन’ हुए मलैया?….
दिनेश निगम ‘त्यागी’ दमोह उप चुनाव में भाजपा से राहुल लोधी एवं कांग्रेस से अजय टंडन मैदान में हैं, बावजूद इसके सबसे ज्यादा चर्चा के केंद्र में कोई है तो
उज्जैन के मेडिकल जगत को सलाम!
निरुक्त भार्गव ऐसे समय जब कोरोना महादैत्य का संक्रमण और सूर्य देवता की तपिश लगातार परवान चढ़ रही है, उज्जैन का नाम रविवार को शर्मसार होने से बच गया! जरा
ममता का प्रस्ताव अलोकतांत्रिक तो नही है
राजेश बादल बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतिपक्ष के पंद्रह नेताओं को चिट्ठी लिख कर एकता का प्रस्ताव दिया है । वे चाहती हैं कि भारतीय जनता पार्टी के
मास्क को लेकर जेल ना भेजें, मानसिकता बिगड़ने पर बुराई का रास्ता अपना सकता है!
जेल भेजना बिना कोई क्राइम, युवाओं की मानसिकता पर फर्क पड़ेगा। जिसने कभी कोई गुनाह ना किया उसे आप मास्क नहीं लगाने पर जेल भेज देंगे उसकी मानसिकता पर कितना
जेपी,लोहिया की जुबानी, विन्ध्य के दमन की कहानी..
-जयराम शुक्ल जब जयप्रकाश, लोहिया और अशोक मेहता ने एक संयुक्त वक्तव्य में विन्ध्यप्रदेश के दमन का मुद्दा विश्व के सामने रखा..और जनक्रान्ति का आवाहन किया”….! विन्ध्यप्रदेश आज जिंदा होता
कोरोना और चुनाव… ये रिश्ता क्या कहलाता है..?
राजेश ज्वेल देश में फिर तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है और 90 हजार से अधिक मरीज 24 घंटे में मिलने लगे हैं… लेकिन आश्चर्य का विषय यह है
इस देश का यारो क्या कहना
साँच कहै ता/जयराम शुक्ल प्रछन्न राष्ट्रप्रेम की चाशनी में गाली-गलौज भरे इन विधानसभा चुनावों को यदि स्वर्ग से सरदार पटेल, विवेकानंदजी या बापू देख रहे होंगे तो वे निश्चित ही
मूर्खता क्या है….?
ज्योति जैन क्या सिर्फ मूर्खता….? शायद नही…..! मूर्खता कभी-कभी सृजन भी करती है.. हास्य का…प्रसन्नता का…। तो क्यों न हम सब भी, समाज में कभी-कभी ऐसी ही मूर्खताओं का सृजन