Budget Session 2022 Live Updates: राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री ने पेश किया Economic Survey, विपक्ष ने दी प्रतिक्रिया

Share on:

नई दिल्ली: आज यानी 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है. यह इस साल का पहला सत्र है. वहीं, इस सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के भाषण से किया जा रहा है। बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) पेश करेंगी.

LIVE UPDATES: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बाद लोकसभा में Economic Survey 2021-22 पेश कर दिया है. इस सर्वे को लेकर विपक्ष की तरफ से भी प्रतिक्रियां सामने आई है। इस पर स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि, “डिजिटल संसद है अब आप सबके सहयोग से संसद में डिजिटल काम होगा. प्रतिक्रिया देने के लिए टीएमसी के सांसद सौगत रॉय अपने स्थान पर खड़े हो गए.”

संसद में बजट सत्र शुरू होने के पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण शुरू हो गया है। अभिभाषण खत्म होने के तुरंत बाद ही केन्द्र सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतासरण आर्थिक सर्वेक्षण पेश करने वाली है। राष्ट्रपति ने संबोधित करते हुए कहा कि देश में कोरोना ने मुश्किलें बढ़ाई है लेकिन यह भी अच्छी बात होगी कि भारत देश में वैक्सीनेशन में लोगों ने अपनी रूचि दिखाई है और वैक्सीनेशन के कारण ही हम कोरोना की जंग जीतने में सफल हो सके है। उन्होने यह भी कहा कि विश्व में भारत देश ऐसा है जहां सबसे अधिक वैक्सीनेशन हुआ है।

-कोविंद बोले कि बाबा साहेब ने कहा था कि मेरा आदर्श ऐसा समाज होगा जो स्वाधीनता, भाईचारे पर आधारित होगा. बाबा साहेब के शब्दों को सरकार ध्येय वाक्य मानती है. पद्म पुरस्कारों की जो लिस्ट आई उसमें यह दिखाई पड़ता है.

-संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति कोविंद बोले- भारत की वैक्सीन का लोहा दुनिया ने माना है. वहीं, कोरोना महामारी ने बहुत से अपनों को छीना है.

-राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण शुरू हो गया है. इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Economic Survey पेश करेंगी. पीएम मोदी भी संसद पहुंच चुके हैं. उन्होंने कुछ देर पहले मीडिया से चर्चा की थी.

पीएम मोदी ने कहा कि सभी सांसद, दल उत्तम मन से बजट सत्र में चर्चा करें. उन्होंने कहा कि चुनाव का बजट सत्र पर असर नहीं होना चाहिए. पीएम ने कहा कि आज की वैश्विक स्थिति में भारत के लिए बहुत सारे अवसर हैं. यह सत्र देश की आर्थिक प्रगति, टीकाकरण कार्यक्रम, मेड इन इंडिया वैक्सीन के बारे में दुनिया में एक विश्वास पैदा करता है.