नई दिल्ली। आज से संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने आज संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपना पहला अभिभाषण दिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को पांचवीं बार बजट पेश करेंगी। दुनिया भर में मंदी की आहट के बीच इस बजट से लोगों की काफी उम्मीदें जुड़ी हुई हैं।
पहले दिन यानी आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद में दिए अपने पहले अभिभाषण में आत्मनिर्भर भारत, भ्रष्ट्राचार, सामाजिक न्याय, समेत कई मुद्दों का जिक्र किया है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण के दौरान सरकार की कई उपलब्धियों की चर्चा कीं। उन्होंने केंद्र सरकार को निडर और देशहित को सर्वोपरि रखने वाली सरकार बताया।
राष्ट्रपति ने अपने पहले अभिभाषण में कहा कि डिजिटल इंडिया और 5जी में पूरी दुनिया भारत का लोहा मान रही है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि शांति तभी संभव है, जब आप राजनीतिक और सैन्य रूप से सक्षम होंगे, इसलिए भारत अपनी सैन्य शक्ति को भी आधुनिक करने पर जोर दे रहा है। पूरी दुनिया इस वक्त भारत की ओर उम्मीद से देख रही है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा कि मेरी सरकार ने देशहित को सर्वोपरि रखा है। नीति और फैसलों में इच्छाशक्ति दिखाई है। मेरी सत्ता राष्ट्र निर्माण के कर्तव्य को पूरा करने में लगी है। उन्होंने आगे कहा, हमे आत्मनिर्भर भारत बनाना है। ये नए युग का नया भारत है। आजादी के अमृतकाल का कालखंड है। हमे ऐसा भारत बनाना है जो गरीब न हो।
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अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड, स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का, और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अफगानिस्तान और यूक्रेन जैसे देशों में संकट में फंसे अपने नागरिकों को वापस लेकर आए हैं। भारत ने आतंकवाद को लेकर जो कड़क रुख अपनाया है, उसे भी आज दुनिया समझ रही है।
गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए भी सरकार निरंतर प्रयासरत है। जो कभी राजपथ था, वह अब कर्तव्यपथ बन चुका है। मेरी सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नज़रिया बदला है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में आगे कहा कि देश का एविएशन सेक्टर भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।आज भारत दुनिया का तीसरा बड़ा एविएशन मार्केट बन चुका है। इसमें उड़ान योजना की भी बहुत बड़ी भूमिका है। हमारी विरासत हमें जड़ों से जोड़ती है और हमारा विकास आसमान को छूने का हौसला देता है। इसलिए मेरी सरकार ने विरासत को मजबूती देने और विकास को प्राथमिकता देने की राह चुनी है।
सरकार का स्पष्ट मत है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र का और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन है। इसलिए बीते वर्षों से भ्रष्टाचार के खिलाफ निरंतर लड़ाई चल रही है। मैं आज इस सत्र के माध्यम से, देशवासियों का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने लगातार दो बार, एक स्थिर सरकार को चुना है। मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई।
सरकार की योजना से आज मां और बच्चे दोनों को बचाने में सफलता मिली है। सरकार बेटियों की पढ़ाई से लेकर उनको सभी सुविधाओं देने तक, सभी विषयों पर काम कर रही है। आज भारत में अभूतपूर्व स्पीड और स्केल पर काम करने वाली सरकार है। भारत में इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के माध्यम से जनकल्याण को सर्वोपरि रखने वाली सरकार है।
मेरी सरकार ने हर उस समाज की इच्छाओं को पूरा किया है, जो सदियों से वंचित रहा है। गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी, इनकी इच्छाओं को पूरा कर उन्हें सपने देखने का साहस दिया है। किसान क्रेडिट कार्ड से किसानों को लाभ पहुंचा। एक तरफ मंदिर तो दूसरी ओर संसद का निर्माण हुआ। हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी।
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