Indore News: यातायात पुलिस के लिए कवच बना बॉडी वॉर्न कैमरा, नहीं डिलीट होती कोई वीडियो

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शहर में आये दिन यातायात के सिग्नल तोड़ने वाले और यातायात नियमो के उलंघन करने वालो के मामले सामने आते है, और इतना ही नहीं लोग यातायात के नियमो के तोड़ने बाद ट्रैफिक पुलिस से बेवजह बहस भी करते है। लेकिन प्रदेश की स्मार्ट और स्वच्छ सिटी इंदौर के ट्रैफिक को संभालने वाले जवानो के लिए प्रशासन द्वारा पुलिस को बॉडी वॉर्न कैमरे उपलब्ध कराये गए थे जिसके बाद अब चेकिंग के दौरान जो लोग यातायात के नियमो के तोड़ने के बाद जवानो से झड़प करते थे अब उन मामलो में काफी गिरावट आई है।

यातायत के नियमो के सिलसले में लोगो की पुलिस से झड़प के मामलो माँ आयी कमी से ऐसा लग रहा है, ये कैमेरा यातायात के पुलिसकर्मियों के लिये सुरक्षा कवच का काम कर रहा है। दरअसल विभाग को जब से ये कैमरे दिए गए है उसके बाद से चालकों के विवाद को एक भी शिकायत नहीं मिली है।

क्या है इस कैमरे की खासियत-
बता दे कि विभाग द्वारा दिए कैमरों की खासियत है कि यातायात पुलिस के साथ या उनके द्वारा की गई कोई भी हरकत कैमरे में कैद हो जाएगी। इतना ही नहीं इस कैमरे के डायरेक्ट मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से की जा रही है, इस बीच कैमरे के सामने कोई भी व्यक्ति यातायात के जवानो के साथ किसी प्रकार की अभद्रता या मारपीट करता है तो उसकी पूरी रिकॉर्डिंग कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगी। साथ ही इस कैमरे की विशेषता ये भी है कि यातायात पुलिसकर्मी की लोकेशन भी कैमरे के माध्यम से ट्रेस हो जाती है।

इंदौर के जाने माने यातायात एएसपी रंजीत सिहं देवके ने बताया कि यातायात पुलिस के जवानो के साथ हो रही बदसलूकी के चलते विभाग द्वारा ये कैमरे उपलब्ध कराये गए है। साथ ही उन्होंने कहां कि कई बार पुलिस से अभद्रता और मारपीट तक हो जाती है और लोग पुलिस पर ही दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हैं, लेकिन अब इस बॉडी वॉर्न कैमरे की मदद से सारे सबूत मौजूद रहेंगे। जरूरत पड़ने पर आरोपी के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा की कार्रवाई भी की जा सकती है। इस कैमेरे में हुई रिकॉर्ड वीडियो को कोई डिलीट भी नहीं कर सकता है, और यह कैमेरा यातायात के जवानो के कंधे या सीने पर लगाया जाता है।

इस कैमरे को इंदौर शहर में यातायात से संबंधित अफसर इसका इस्तेमाल छह महीने से कर रहे हैं। बीते दिनों कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जब नेताओं ने यातायात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कराने की धमकी व अन्य प्रकार से विवाद किया है। शहर के यातायात जवानो के लिए मुख्यालय से 50 बॉडी वॉर्न कैमरे दिए गए हैं।