लोकसभा चुनाव में भाजपा को महाराष्ट्र से जितनी सीटों की उम्मीद थी, वह पूरी नहीं हो पाई। शिंदे सरकार के साथ गठबंधन के बावजूद भाजपा केवल 9 सीटें ही जीत पाई। वहीं, मध्य प्रदेश में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सभी 29 सीटों पर कब्जा जमा लिया। इस सफलता के बाद, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अब मध्य प्रदेश के नेताओं पर अधिक भरोसा दिखा रहा है और विधानसभा चुनाव के लिए उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंप रहा है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की नई नियुक्तियाँ
भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर केंद्रीय संगठन के कुछ प्रमुख नेताओं को जिम्मेदारियाँ सौंपा है:
- कैलाश विजयवर्गीय को नागपुर और विदर्भ क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने पिछले सप्ताह में दो बार नागपुर का दौरा किया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रही है।
- प्रहलाद सिंह पटेल को वर्धा और अमरावती क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है। इन क्षेत्रों में उनकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए चुनावी रणनीति बनाई जाएगी।
- विश्वास सारंग को अंकोला और बुलढाना क्षेत्र का प्रभार सौंपा गया है। यह जिम्मेदारी उनके क्षेत्रीय संपर्क और राजनीतिक अनुभव को ध्यान में रखकर दी गई है।
- पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को गोंदिया और भंडारा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस क्षेत्र में उनकी नियुक्ति पार्टी की चुनावी रणनीति को मजबूत करेगी।
मध्य प्रदेश में भाजपा की आंतरिक संगठनात्मक नियुक्तियाँ
मध्य प्रदेश में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने विभिन्न एक्टिव पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपा है:
- शिवप्रकाश, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री, को राज्य के समन्वय और संगठनात्मक कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है।
- अजय जमवाल, क्षेत्रीय महामंत्री, को स्थानीय स्तर पर पार्टी के कार्यों को प्रबंधित करने का दायित्व सौंपा गया है।
- हितानंद, मध्य प्रदेश संगठन महामंत्री, को राज्य में पार्टी की रणनीतियों और गतिविधियों की देखरेख करने का काम सौंपा गया है।
इन नियुक्तियों से भाजपा की चुनावी रणनीति को लेकर एक स्पष्ट दिशा मिलती है, जिससे पार्टी अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के माध्यम से बेहतर परिणाम प्राप्त करने की योजना बना रही है।