बिहार में बड़ी उलटफेर के बाद नीतीश कुमार एनडीए के साथ गठबंधन कर सरकार बना लिए थे। जिसके बाद से तेजस्वी यादव बिहार में खेला होने का दावा करने लगे थे। वही आज विधानसभा में नितीश कुमार विश्वास मत साबित करेंगे । बता दें इस बार अग्निपरीक्षा 14 दिन बाद हो रही है। आज, यानी सोमवार 12 फरवरी को दोपहर तक साफ हो जाएगा कि नीतीश कुमार सरकार कायम रहेगी या गिर जाएगी।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। नीतीश कुमार भी सदन में पहुंच चुके हैं। साथ ही दोनो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा विधानसभा पहुंचे। वहीं बीजेपीए आरजेडी के सभी विधायक विधानसभा पहुंच गए हैं। जबकि जदयू के दो विधायक डॉ संजीव और बीमा भारती अभी तक विधानसभा नहीं पहुंचे हैं जिससे अनबन का अंदेश लगाया जा रहा है।
नीतीश सरकार का कुमार का अंक गणित
नीतीश कुमार ने सरकार बनाने के लिए राजभवन में कुल 128 विधायकों का समर्थन दिखाया, जिसके आधार पर उन्हें नए मंत्रिमंडल के साथ शपथ दिलाई गई। अब शक्ति परीक्षण के दौरान देखना दिलचस्प होगा कि 14 दिनों से जिस खेला की चर्चा से राजनीतिक माहौल गरमाया रहा, वह होता है या सत्ता के पास बहुमत कायम रहता है। अगर सत्ता पक्ष के विधायकों की संख्या बिहार विधानसभा की कुल क्षमता 243 के दो तिहाई, यानी 122 या ज्यादा रही तो सरकार कायम रहेगी। अगर यह संख्या 122 से नीचे रही तो सरकार गिर जाएगी।
विपक्ष की बात करें तो राजभवन ने विपक्षी खेमे को सरकार बनाने का न्यौता नहीं दिया, क्योंकि उसके पास 114 विधायक ही बच रहे थे। सबसे बड़ी पार्टी राजद के पास अपने 79 विधायक थे। उसके बाद कांग्रेस के 19 और वामदलों के 16 विधायक। इस तरह कुल 114 हुए। इनके अलावा, असद्दुदीन ओवैसी की पार्टी के इकलौते विधायक अलग हैं। ओवैसी के पांच विधायक 2020 के विधानसभा चुनाव में जीतकर आए थे, जिनमें से चार को राजद ने अपने साथ मिला लिया था।