बिहार चुनाव में चली कांटेदार टक्कर में महागठबंधन को बहुत करीब जा कर हार का सामना करना पड़ा। जिसके के बाद ने महागठबंधन में लगातार मंथन का दौर चल रहा है। पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के निवास पर गुरुवार से ही महागठबंधन के तमाम बड़े नेताओं का ताँता लगा रहा। इस चल रही मंथन में महागठबंधन में शामिल सभी पार्टीयो के नेता एवं कार्यकर्त्ता पहुचे। इस महागठबंधन की बैठक में युवा राजद नेता तेजस्वी यादव ने सभी नेताओं को संबोधित किया। इस बैठक में तेजस्वी यादव को गठबंधन का नेता चुना गया है।
इस बैठक के बाद महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि बिहार की जनता का फैसला महागठबंधन के पक्ष में ही आया है लेकिन एनडीए के पक्ष में चुनाव आयोग का फैसला गया। उन्होंने आगे कहा कि 2015 में फैसला हमरे ही पक्ष में आया था लेकिन बीजेपी पार्टी जब भी चोर दरवाजे से सरकार में आ गई थी। हमने चुनाव में एक आदमी का मुद्दा जैसे गरीबी, मजदूर, शिक्षा, विकास को उठाया था।
तेजस्वी यादव ने आगे कि देश में किसान, युवा और मजदूर आक्रोशित है। बिहार के चुनाव में एक 31 वर्षीय युवा को रोकने में देश के पीएम, बिहार के सीएम और कई लोग असफल रहे। इन्होने आगे कहा कि आज बिहार के लोगों ने जो जनादेश कि नीतीश कुमार तीसरे नंबर पर आ गए हैं।