पटना। महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बावजूद बिहार सरकार ने स्पष्ट किया है कि बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट और मैट्रिक की परीक्षाएं तय समय पर ही होंगी। बता दें कि, बिहार के शिक्षामंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि, सरकार और बिहार स्कूल एक्जामिशेन बोर्ड की वर्तमान में यही मंशा है कि परीक्षाएं नियत समय पर हो ताकि छात्रों के भविष्य पर असर न हो। पिछले साल भी बिहार देश में एकलौता राज्य रहा था जिसमें समय से परीक्षा हुए और रिजल्ट जारी हुए थे।
उल्लेखनीय है कि, प्रदेश में इंटरमीडिएट की परीक्षा 01 फरवरी से 14 फरवरी तक होनी है इसका ऐलान काफी पहले कर दिया गया था। हालांकि फिलहाल महामारी की वजह से इसके टालने की आशंका जताई जा रही थी लेकिन शिक्षा विभाग ने अब स्पष्ट कहा कि परीक्षाएं नियत समय पर ही होंगी। विभाग के मुताबिक बिहार सरकार के कोरोना गाईडलाईन में वार्षिक और प्रतियोगी परीक्षाओं पर कोई रोक नही लगाई गई है। बता दें कि, बिहार में इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल परीक्षाएं 10 जनवरी से शुरू हो चुकी हैं जो की 20 जनवरी तक चलेंगी।
Corona Breaking: बज गई खतरे की घंटी! इस देश में आये एक दिन में अब तक के रिकॉर्डतोड़ मामले
इस दौरान परीक्षा केन्द्र पर भी छात्रों को वैक्सीन लगाने का काम भी चल रहा है। इंटरमीडिएट की परीक्षा में 12 से13 लाख परीक्षार्थी शामिल होने वाले हैं लेकिन 15 से 18 वर्ष के बच्चों के वैक्सीनेशन का काम भी शुरू हो गया है इसलिए प्रशासन परीक्षाएं समय पर आयोजित करने के ही पक्ष में है।
आज गुरुवार को बिहार बोर्ड की ओर से ये आदेश जारी किया गया। बोर्ड के मुताबिक इंटर परीक्षा के दौरान कई ऐसे छात्र परेशान हो जाते हैं, जिनकी जानकारी एडमिट कार्ड में अपडेट नहीं रहती है। फोटो क्लियर नहीं होने और नाम क्लियर नहीं होने पर इंविजिलेटर को उसे मिलाने में परेशानी होती है। इसे देखते हुए बोर्ड ने वैकल्पिक कदम की व्यवस्था की है।