भोपाल में जन्मे मशहूर लेखक संजय चौहान का 62 साल की उम्र में निधन

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नई दिल्ली। पान सिंह तोमर, आई एम कलाम जैसी शानदार फिल्मों के लेखक संजय चौहान का निधन हो गया है। संजय चौहान लीवर संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे। तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें एच.एन रिलायंस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। संजय चौहान ने गुरुवार को मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। संजय चौहान के परिवार में उनकी पत्नी और बेटी हैं।

संजय चौहान (Sanjay Chauhan) लीवर सिरोसिस से पीड़ित थे। करीब 10 दिन पहले उन्हें इंटरनल ब्लीडिंग (internal bleeding) शुरू हुई। ब्लीडिंग की वजह से उनकी हालत काफी खराब हो गई थी। इसके बाद उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर्स ने उन्हें बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन बचाया ना जा सका। अपनी राइटिंग के लिए पॉपुलर संजय चौहान, तिग्मांशु धूलिया की ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर’ के को-राइटर भी थे।

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बता दे कि, संजय चौहान ने बहुत सी फिल्मों में काम किया, जिसके लिए उन्हें काफी सराहना भी मिली। संजय चौहान ‘पान सिंह तोमर’ के अलावा तिग्मांशु धूलिया के साथ ‘साहेब बीवी गैंगस्टर’ भी लिख चुके हैं। वहीं, अपनी फिल्म ‘आई एम कलाम’ के लिए उन्हें बेस्ट स्टोरी के फिल्मफेयर अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।

संजय चौहान कथित तौर पर भोपाल में पैदा हुए और पले-बढ़े, उनकी मां एक शिक्षक थीं और उनके पिता भारतीय रेलवे में थे। उन्होंने सोनी टेलीविजन के लिए 1990 के क्राइम टीवी सीरीज ‘भंवर’ लिखने के बाद मुंबई शिफ्ट होने से पहले दिल्ली में एक पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने सुधीर मिश्रा की प्रशंसित 2003 की फिल्म हजारों ‘ख्वाहिशें ऐसी’ और 2010 की फिल्म ‘राइट या रॉन्ग’ के लिए भी डायलॉग लिखे। संजय चौहान ने पत्रकार के रूप में दिल्ली से अपने करियर की शुरुआत की थी।