बागेश्वरधाम ( Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने के आरोप पर मामला गर्माता जा रहा है अभी तक समिति और धीरेन्द्र शास्त्री की कहासुनी और बयां सामने आ रहे थे लेकिन अब भक्त भी इस विवाद में उतर आये है कई भक्तो और लोगो के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है जहां एक तरफ बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थक भक्त भी अब अपनी अपनी तरह से बाबा का समर्थन कर रहे है जिसमे सोशल मिडिया प्रोफ़ाइल पर समर्थन के बारे में स्लोगन लिख बाबा का समर्थन कर रहे है
![अब बागेश्वर धाम विवाद पर भक्तों में छिड़ी जुबानी जंग, कोई बता रहा बाबा को सही तो कोई कह रहा ढोंगी, जानिए क्या है पूरा मामला](https://ghamasan.com/wp-content/uploads/2023/01/WhatsApp-Image-2023-01-20-at-1.25.27-PM.jpeg)
वही एक वर्ग के लोगो का कहना धीरेंद्र शास्त्री ने संस्थान की चुनौती को स्वीकार नहीं किया और वह वहां से भाग गए। लोगों का कहना है कि वह डरकर नागपुर से वापस लौट आए हैं। लेकिन आचार्य धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि वह किसी के डर या चुनौती से नहीं वापस आए हैं, उन्हें किसी के भी प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है। धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि हम 7 दिन की ही कथा करते हैं। बागेश्वर महाराज का कहना है कि मैं चुनौती स्वीकार करता हूं, जिसे चमत्कार देखना वो बागेश्वर दरबार में आए। उन्होंने कहा, ‘श्याम यहां रायपुर आए, टिकट का खर्च मैं दूंगा।’
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बागेश्वर धाम सरकार ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप पर कहा कि हम दावा नहीं करते हैं कि हम आपकी समस्या को मिटा देंगे। हमें अपने ईश्वर पर विश्वास है, हमारे ईष्ट लोगों की परेशानी और तकलीफ को दूर करते हैं। उन्होंने कहा कि क्या हनुमान जी की पूजा करना उनका प्रचार करना गलत है?
क्या है बागेश्वर धाम सरकार ?
बागेश्वर धाम सरकार मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। बागेश्वर दरबार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपनी अर्जी लेकर पहुंचते हैं। धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम सरकार के नाम से दुनिया भर में प्रसिद्धी पा चुके हैं। उनके वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते हैं। इतना ही नहीं यूट्यूब पर भी उनके कथा को लाखों लोग सुनते हैं। उन्हें कई जगह से कथा का बुलावा आता है। नागपुर में भी 13 जनवरी तक उनकी कथा का आयोजन होना था लेकिन वह 11 जनवरी को ही वहां से वापस लौट आए। इसी के बाद से उन्हें लेकर विवाद बढ़ता चला गया।
धीरेंद्र शास्त्री को लेकर कहा जाता है कि वह लोगों की मन की बात को पढ़ लेते हैं। इतना ही नहीं शास्त्री दरबार में आए व्यक्ति का मोबाइल नंबर और घर में रखी चीजों के बारे में भी बता देते हैं। अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को उनकी शक्तियां सबके सामने साबित करने की चुनौती दी थी। इस मामले पर देशभर में हंगामा मचा हुआ है।
नागपुर विवाद पर बोले शास्त्री
नागपुर विवाद पर धीरेन्द्र शांस्त्री ने कहा, “सनातनी व्यक्ति भागता नहीं है. कथा 7 दिन की थी. हमारे पास स्क्रीनशॉट हैं. उनके ऊपर मानहानि बनती है, लेकिन हम प्रपंची नहीं है. उन्होंने आने के बाद चैलेंज दिया. 11 तारीख तक कथा थी, कथा के बाद चले आए. दरबार दो दिन तक लगा, उन्हें आना चाहिए था. अनुभव करना चाहिए था, देखना चाहिए था. अपने कमरे में अपने मोबाइल में क्या बोल रहे, किसे पता? हम तो इतना खंगालते भी नहीं. कोई व्यक्ति आता, कोई पत्राचार होता.
धीरेंद्र शास्त्री को मिल चुकी धमकियां
उन्होंने कहा, “जब से हमने घर-वापसी कराई, तभी हमने कह दिया था कि मेरे ऊपर आरोप लगने वाले हैं. ये आग सनातन की बुझने मत देना. गुरु कृपा से हमें आभास है. भय होता तो चुप हो जाते, लेकिन आभास है. जो आरोप लगे. गुरु प्रेरणा हमें बता रही है कि बहुत जल्दी लोग हमें रास्ते से हटाने का काम करेंगे.” उन्होंने आगे कहा, “हमारे साथ 100 करोड़ हिंदू और बागेश्वर बालाजी का आशीर्वाद है. हम कभी कानून का उल्लंघन नहीं करते. सरकार ने व्यवस्था भी दी.”
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