नई दिल्ली: इसमें कोई शक नहीं है कि भविष्य महिलाओं का है और मार्च के महीने को दुनियाभर में महिला इतिहास माह के रूप में चिह्नित किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन महिलाओं की सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए किया जाता है। यह दिन लैंगिक समानता वाली दुनिया के आह्वान का प्रतीक है।
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जो किसी पूर्वाग्रह, रूढ़ियों और भेदभाव से मुक्त हो और जो विविधता, न्यायसंगत, समावेशी हो। इस महिला दिवस पर मातृ शक्ति को याद करते हुए जूनापीठाधीश्वर आचार्यमहामण्डलेश्वर पूज्यपाद स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज “पूज्य आचार्यश्री” ने सोशल मीडिया पर देश की तीन प्रमुख महिलाओं के रूप में मौजूद बड़ी प्रेरणाओं का मातृशक्ति के रूप में आह्वाहन किया है।
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इस सिलसिले में देश के पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप पर परमपूज्य अवधेशानंद गिरि जी ने एक पोस्ट की है जिसमें उन्होंने लिखा है- ‘राष्ट्र के लिए प्रेरणा हैं यह तीन मातृ शक्तियां। जिन्होंने परिश्रम की भाषा में सफलता की कहानी लिखी। इनमें मीनाक्षी लेखी, स्मृति ईरानी और बबीता फोगाट का नाम शामिल है। आप भी तीन महिलाओं को टैग करें और उनके विचारों को पूरे भारत तक ले जाएं।
दरअसल, इस विश्व महिला दिवस के अवसर पर सोशल मीडिया मंच कू ऐप पर बेझिझक बोल (#BejhijhakBol) और #breakthebias जैसे हैशटैग के जरिये नई मुहिम उभरकर सामने आई है। जहां बेझिझक बोल हैशटैग के अंतर्गत राष्ट्र के लिए प्रेरणा स्वरूप तीन मातृ शक्तियों को नामित किया जा रहा है। इस मुहिम में कू ऐप के यूजर्स को भी उन तीन मातृ शक्तियों को नामित किए जाने का आह्वान किया गया है जो आपके अनुसार समाज एवं राष्ट्र के लिए प्रेरणा हैं। इसके अलावा #breakthebias अभियान के जरिये दुनियाभर की महिलाओं को आगे लाने और समाज में फैले भेदभाव को दूर करने के लिए इस मुहिम में भाग लेने की अपील की जा रही है।