1 साल या 10,000 किलोमीटर? कब करानी चाहिए आपको अपनी कार की सर्विसिंग, 90% लोग करते हैं ये गलती

कार की सर्विसिंग 1 साल में या 10,000 किमी बाद करानी चाहिए? ज्यादातर लोग इस सवाल का सही जवाब नहीं जानते, जिससे समय पर सर्विसिंग न होने पर इंजन, परफॉर्मेंस और माइलेज प्रभावित होता है।

अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार हमेशा बेहतरीन हालत में रहे और सफर के दौरान आपको कोई दिक्कत न हो, तो कार की समय पर सर्विसिंग बेहद जरूरी है। लेकिन कार सर्विसिंग को लेकर कई तरह की भ्रांतियां हैं। कुछ लोग मानते हैं कि 10,000 किलोमीटर चलाने के बाद सर्विस करानी चाहिए, तो कुछ का मानना है कि एक साल पूरा होने के बाद ही यह जरूरी होती है।

क्या सिर्फ किलोमीटर मायने रखते हैं?

कई लोग सोचते हैं कि अगर कार कम चल रही है तो उसकी सर्विसिंग 10,000 किलोमीटर पूरे होने के बाद ही करानी चाहिए, लेकिन यह गलत धारणा है। अगर आपकी कार का माइलेज कम है और आप सालभर में सिर्फ 5000 किलोमीटर ही गाड़ी चलाते हैं, तो आपको दो साल तक इंतजार नहीं करना चाहिए। सर्विसिंग के लिए केवल किलोमीटर ही नहीं, बल्कि समय भी मायने रखता है।

सही समय पर सर्विसिंग क्यों जरूरी है?

अगर समय पर सर्विसिंग नहीं कराई जाती, तो इंजन ऑयल पुराना हो जाता है, जिससे गाड़ी का प्रदर्शन और माइलेज प्रभावित होता है। अगर आपकी कार ज्यादा चलती है, तो आपको 10,000 किलोमीटर पूरे होने पर ही सर्विस करानी चाहिए, भले ही एक साल पूरा न हुआ हो। वहीं, अगर कार कम चलती है, तो सालभर में एक बार सर्विसिंग जरूर करवाएं, चाहे किलोमीटर कम ही क्यों न हुए हों।

1 साल या 10,000 किलोमीटर? कब करानी चाहिए आपको अपनी कार की सर्विसिंग, 90% लोग करते हैं ये गलती

समय पर सर्विसिंग नहीं कराने से इंजन पर दबाव बढ़ सकता है, ईंधन की खपत ज्यादा हो सकती है और तकनीकी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। सर्विसिंग के दौरान इंजन ऑयल बदलने के साथ-साथ कार के अन्य हिस्सों की भी जांच की जाती है, जिससे किसी भी संभावित समस्या को पहले ही पकड़ा जा सकता है। इसलिए, यह सुनिश्चित करें कि आपकी कार तय समय पर सर्विसिंग के लिए जाए ताकि वह हमेशा बेहतरीन स्थिति में बनी रहे और आपको सड़क पर कभी निराश न करे।