पंजाब में हुई सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या के बाद भगवंत मान सरकार इस मामले में फंस गई है कि VVIP की सुरक्षा क्यों हटाई गई. इस मामले में अभी यू-टर्न लेते हुए आम आदमी पार्टी बैकफुट पर आ गई है और 40 VVIP की सुरक्षा को फिर से बहाल कर दिया है.
बता दें कि आम आदमी पार्टी की ओर से 424 लोगों की सुरक्षा में कुछ कमी की गई थी और इस बात को सार्वजनिक भी कर दिया गया था जिसके चलते विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा था. जानकारी सार्वजनिक करने के दूसरे के दिन पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) पर हमला हुआ और गोलियों से भून कर उनकी हत्या कर दी गई.
अपनी गलती को मानते हुए अब सरकार ने सबक ले लिया है और सुरक्षा बहाल करते हुए इस बार किसी भी व्यक्ति का नाम सार्वजनिक नहीं किया है. इसी के साथ पुलिस से VVIP की सुरक्षा संबंधी रिपोर्ट भी तलब की गई है.
भगवंत मान (Bhagwant Mann) सरकार ने यह फैसला भी किया है कि जिन VVIP को सुरक्षा दी गई है उस पर हर महीने सरकार समीक्षा करेगी साथ ही सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद जितने भी VVIP ने खतरा बताकर सुरक्षा की मांग की है उन्हें तुरंत ही सुरक्षा कवर दिए जाने के आदेश दिए गए हैं. सरकार की ओर से 40 VVIP की सुरक्षा फिर से बहाल कर दी गई है इनमें से अधिकतर लोगों ने गैंगस्टर से जान का खतरा होने की बात कही है.
इसी के साथ सरकारी धर्म गुरुओं की सुरक्षा भी फिर से बहाल की गई है और इसमें बढ़ावा करने के आदेश दिए गए हैं पहले से जो सुरक्षा कवर दिया गया था उसने अतिरिक्त वाहनों सुरक्षाकर्मी जुड़े जाने के आदेश राज्य सरकार की ओर से दिए गए हैं.
वही VVIP सुरक्षा घटाने की जो रिपोर्ट सरकार को पुलिस द्वारा पेश की गई थी उस पर अब अफसरों की घेराबंदी शुरू हो गई है और सरकार ने रिपोर्ट तैयार करने वाले अफसरों से यह सवाल पूछा है कि किस आधार पर उन्होंने VVIP सुरक्षा को कम किया. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह पूछा है कि सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) को पहले से ही थ्रेट था. पंजाब पुलिस को दिल्ली से इनपुट भी मिले थे. उनके पास 10 गनमैन थे जिन्हें घटाकर चार किया गया और फिर दो कर दिए गए. इस तरह से सुरक्षा क्यों हटाई गई इसका जवाब अधिकारी दें.