खाने के बाद, दूसरे राज्य में जाते है सोने – क्या है कहानी ?

mukti_gupta
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आपने अभी तक एक राज्य की दूसरी राज्य से सीमा मिलते हुए देखा होगा लेकिन क्या आपने कभी ऐसे घर के बारे में सुना है जहाँ एक ही घर में रहकर खाना एक राज्य में खाते और सोते दूसरे राज्य में है। जी हाँ, एक तरफ जहाँ महाराष्ट्र और तेलंगाना के बिच जमीनी विवाद चल रहा है तो वहीँ दूसरी ओर चंद्रपुर जिले का एक ऐसा परिवार भी है जिसके घर का किचन तेलंगाना में है तो बेडरूम और अन्य कमरे महाराष्ट्र में।

यह अनोखा घर चंद्रपुर जिले की सीमावर्ती जिवती तहसील के महाराजागुडा गांव में है। इस घर में पवार परिवार रहता है। हैरान करने वाली बात यह है कि यह परिवार दोनों राज्यों में संपत्ति संबंधी टैक्स भी जमा करता है। आपने अक्षय कुमार की फिल्म जोकर अगर देखी होगी तो उसमें एक गाँव की कहानी दिखाई गयी है जिसमें अक्षय कुमार गाँव किस क्षेत्र में आयेगा इसको लेकर वो संघर्ष करते हुए नज़र आते है।

घर के 4 कमरे महाराष्ट्र में और 4 तेलंगाना में

लेकिन दो राज्यों की सीमा में बने पवार परिवार के इस घर की कहानी भी कुछ ऐसी अनोखी है। जिसमें तेलंगाना और महाराष्ट्र की सीमा में पड़ने वाले इस घऱ में आठ कमरे हैं। इस घर के चार कमरे महाराष्ट्र में आते हैं, जबकि बाकी के चार तेलंगाना में आते हैं। पवार परिवार का घर इस इलाके का सबसे चर्चित मकान हैं। इस परिवार के मालिक उत्तम ने बताया कि उनके परिवार में 12-13 लोग हैं। उनके भाई के 4 कमरे तेलंगाना में हैं वहीं उनके चार कमरे महाराष्ट्र राज्य का हिस्सा हैं।

तेलंगाना में रसोई, महाराष्ट्र में बैडरूम

बता दें इस घऱ की रसोई तेलंगाना में है तो वहीं बेडरूम और हॉल महाराष्ट्र में हैं। इस मकान में दो भाइयों उत्तम पवार और चंदू पवार के परिवार के कुल 13 सदस्य सालों से रह रहे हैं। दरअसल, 1969 में जब सीमा मुद्दे पर दोनों राज्यों में विवाद सुलझ गया तो पवार परिवार की जमीन भी दो राज्यों में बंट गई थी। हालांकि, इस घर में रहने वाले लोगों को आज तक किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।

परिवार दोनों राज्यों में भरता टैक्स

जानकारी के मुताबिक, बीते कई सालों से यह परिवार तेलंगाना और महाराष्ट्र में संपत्ति का टैक्स भरता आया है। इसके साथ ही इस घर में रहने वाले लोग दोनों राज्यों की लाभार्थी योजनाओं का फायदा भी उठाते हैं। इतना ही नहीं, उनके पास महाराष्ट्र और तेलंगाना के पंजीकरण संख्या वाले वाहन भी हैं।

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इस मामले पर बात करते हुए उत्तम पवार ने कहा कि हमारा घर महाराष्ट्र और तेलंगाना के बीच बंटा हुआ है, लेकिन आज तक हमें इससे कोई दिक्कत नहीं हुई, हम दोनों राज्यों में प्रॉपर्टी टैक्स देते हैं और दोनों राज्यों की योजनाओं का लाभ उठाते हैं।