इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा आरंभ की गई मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना, युवाओं के कौशल उन्नयन और उन्हें आत्म-निर्भर बनाने की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। लघु उद्योगों में युवाओं के लिए सीखने और रोजगार प्राप्त करने के पर्याप्त अवसर विद्यमान हैं। योजना के अंतर्गत व्यवसायी अपनी इकाइयों में युवाओं को जोड़कर काम सिखाने के लिए आगे आएं। मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय भोपाल में लघु उद्योग भारती के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान से प्रतिनिधियों ने औद्योगिक क्षेत्र में 5 हजार वर्ग फुट या उससे कम के छोटे प्लाटों के लिए भूमि आरक्षित करने, जिलों में ग्रामीण स्तर पर स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए “प्लग एण्ड प्ले” की सुविधा से युक्त मल्टीस्टोरी क्लस्टर का निर्माण, अनुदान राशि की डीबीटी के माध्यम से उपलब्धता तथा सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के विकास में आने वाली कठिनाइयों और उनके समाधान आदि पर चर्चा की। प्रतिनिधि-मंडल में लघु उद्योग भारती के प्रदेश अध्यक्ष महेश गुप्ता, महामंत्री अरूण सोनी, अखिल भारतीय सचिव समीर मूंदणा, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतेंद्र गुप्त, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा और कोषाध्यक्ष अरविंद काले शामिल थे।