मालवा के श्री मक्सी, देवास, उन्हेल, शाजापुर, शिवपुर आदि 14 महातीर्थ एवं 285 एवं निर्माण कार्यो के प्रणता अनेक संघ के उपकारी परम पूज्य मालवा विभूषण आचार्य देव श्रीमद विजय वीररत्नसूरीजी म.सा. आज इंदौर नगर तिलक नगर श्री संघ में दिनाक – 14-7-2023 को दोपहर 2.35 समाधि पूर्वक नवकार मंत्र का स्मरण करते हुवे देवलोक गमन हो गया, जिनकी पालकी 15-7-2023 शनिवार सुबह – 5 बजे इन्दौर तिलक नगर श्री तिलकेश्वर पारसनाथ जैन तीर्थ से शिवपुर की ओर प्रयाण करेगी। वहां पहुंचकर अंतिम संस्कार संबंधी चढ़ावे और अंतिम क्रिया मातमोर शिवपुर तीर्थ मे होगी एवं 12:39 पर अंतिम संस्कार होगा।
जानकारी देते हुए शिवपुर अध्यक्ष के ट्रस्ट हेमंत पारेख एवं सचिव विनोद बाबेल एवं कोषाध्यक्ष संजीव लुणावत ने बताया की इतनी महान शख्सियत के महाप्रयाण ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। हर शख्स ने आचार्यश्री के साथ बिताए पलों को अश्रुधारा के माध्यम से याद किया। आचार्यश्री का जन्म पिंडवारा जिले में 28 फरवरी 1952 को हुआ 72 वर्ष की उम्र में 63 वर्ष का दीक्षा पर्याय था।
उपरक्त आज तिलक नगर उपाश्रय में हजारो की भीड़ ने गुरुदेव के दर्शन किये मुख्य रूप से राजेश जैन युवा, कैलाशजी नाहर, कैलाशजी सालेचा, संदीपजी पोरवाल, युवा राजेश जैन, कल्पकजी गाँधी, पारसजी कोठारी, अजयजी जैन (अनामिका) आदि कई गणमान्य उपस्तिथ थे राजेश जैन युवा के अनुसार मालवा का श्वेताम्बर समाज गुरुदेव को भगवान के रूप में मानता था। कल अंतिम संस्कार में 200 संघ सहित 25 हज़ार लोगो की उपस्तिथि शिवपुर तीर्थ मातमोर में होगी।