पूरी दुनिया और भारत एक बार फिर कोरोना के प्रकोप को झेलने पर मजबूर हो रहे हैं। फिर से लॉकडाउन जैसे हालात बनते नजर आ रहें हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश में कोरोना के प्रतिदिन बढ़ते आंकड़ों के बावजूद भी डीएवीवी द्वारा 4 जनवरी को टाइम्स टेबल जारी किया गया कि 18 जनवरी से ऑफलाइन परीक्षा ली जाएगी। इस घोषणा ने छात्रों को परेशानी में डाल दिया है क्योंकि डीएवीवी में परीक्षा देने पूरे भारत से लोग आते हैं जिनमें से कुछ कोरोना हॉटस्पॉट बने स्थानों से भी आने वाले हैं।
इसी विषय को ध्यान में रखते हुए एलएलबी की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति रेनू जैन से मुलाकात की थी और उन्हें अपनी चिंता से अवगत कराया था। इस अवसर पर छात्रों ने एक ज्ञापन भी सौंपा था, जिसका डीएवीवी ने आज तक जवाब नहीं दिया।
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बाद में चर्चा के दौरान एलएलबी के छात्र अमन यादव व अन्य छात्रों ने बताया कि अभी माननीय सर्वोच्च न्यायालय व माननीय मध्य प्रदेश उच्च न्यायाल ऑनलाइन चल रही है और हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट द्वारा आरजीपीवी को ऑनलाइन परीक्षा लेने की अनुमति प्रदान कर दी गई है व अन्य नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी व अन्य प्रदेशों के विश्वविद्यालय भी ऑनलाइन परीक्षा लेने वाले हैं वहीं डीएवीवी के छात्रों को कोरोनावायरस के विषम समय में खतरे में क्यों डाला जा रहा है।
छात्र अमन यादव का कहना था कि परीक्षा समय में परीक्षा स्थल आने जाने के कारण उनकी एवं परिवार की सुरक्षा खतरे में है अतः डीएवीवी को ऑनलाइन परीक्षा कराने का निर्णय लेना चाहिए व कोरोना एवम ओमीक्रोन का संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है और जिस समय हमारी परीक्षा चल रही होगी उस समय कोरोना के पीक पर रहने की संभावना सभी विशेषज्ञ द्वारा बताई जा रही है, ऐसे में एग्जाम जनवरी-फरवरी में कराना कैसे संभव हो सकता है?
ज्ञापन सौंपते समय कुलपति से यह निवेदन किया गया कि परीक्षाएं ऑनलाइन ही करवाए जाने का निवेदन आप उच्च शिक्षा विभाग को प्रेषित करें, क्योंकि हम सबकी जान को खतरा है। ज्ञापन के दौरान हुई लंबी चर्चा के बाद कुलपति ने आश्वासन दिया कि छात्र हित में जो भी उचित कदम है वे लिए जाएंगे और हम निवेदन उच्च शिक्षा विभाग तक प्रेषित करेंगे।
जिस तरीके से आज सारे स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया है और जिस तरीके का भोपाल मे ऑफलाइन परिक्षा होने के बाद छात्रों व परीक्षार्थियों को कोरोना होने की ख़बर आ रही है जिससे बच्चों में डर और बैठ गया है।
13 जनवरी को माननीय उच्च न्यायालय खण्डपीठ इंदौर के समक्ष याचिका दर्ज हुई WP 1185 / 2022 और 14 जनवरी को जिसकी सुनवाई डिवीजन बेंच में हुई जिसमें अधिवक्ता मयंक वर्मा द्वारा अमन यादव (छात्र) को प्रतिनिधित्व करते हुए उपरोक्त समस्या के बारे मे कोर्ट को अवगत कराया व court ने डी ए वी वी को अपना जवाब पेश करना होगा और 17 जनवरी को फाइनल सुनवाई की जायेगी।