अमेरिका: स्कूल-कॉलेज तक पहुंचा कोरोना, चार हजार स्टूडेंट्स संक्रमित

Akanksha
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित है। लगातार तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की स्कूल-कॉलेज खोलने की जिद अब बाहरी पड़ती नजर आ रही है। अमेरिका में स्कूल और कॉलेज खोले जाने के बाद से अब तक देश के 24 राज्यों के कॉलेजों में संक्रमण के मामले मिले हैं। संक्रमित्प्न में स्टाफ के साथ-साथ स्टूडेंट्स भी शामिल है।

अकेले मिसीसिपी राज्य में करीब 4 हजार स्टूडेंट्स और 600 टीचर्स को क्वारंटीन किया गया है। मिसीसिपी में सिर्फ 17 से 21 अगस्त के बीच ही स्कूलों में पढ़ाने वाले 144 शिक्षक और 292 स्टूडेंट्स संक्रमित मिले हैं। राज्य के हेल्थ ऑफिसर डॉ थॉमस ई डॉब्स ने बताया कि 31 स्कूलों से संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों और यहां काम करने वाले स्टाफ को क्वारैंटाइन किया गया हैइसे ध्यान में रखते हुए इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों और यहां काम करने वाले स्टाफ को क्वारैंटाइन किया गया है।

उधर अमेरिका में चिकित्सा विशेषज्ञों के विरोध के बाद फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (FDA) आयुक्त स्टीफन हेन ने कोविड-19 मरीजों का प्लाज्मा से उपचार के जीवन रक्षक लाभों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने के लिए मंगलवार को माफी मांगी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को घोषणा की थी कि FDA ने कोविड-19 मरीजों के उपचार में उस प्लाज्मा के इस्तेमाल को इमर्जेंसी ऑथराइजेशन जारी करने का निर्णय किया है जो कोरोना वायरस से ठीक हुए ऐसे मरीजों से लिया जाएगा जिनमें एंटीबॉडी अधिक होंगे।

ट्रंप ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताया था जबकि इलाज की गुणवत्ता अभी स्थापित नहीं हुई है। रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन से पहले ट्रंप द्वारा की गई इस घोषणा को लेकर संदेह जताया गया कि कहीं यह राजनीतिक रूप से प्रेरित तो नहीं है ताकि राष्ट्रपति के महामारी से निपटने के तरीके की आलोचनाओं से ध्यान हटाया जा सके।