इंदौर : भारत की आज़ादी के 75 वर्षों के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे आज़ादी का अमृत महोत्सव के क्रम में भारतीय निर्यात आयात बैंक (इंडिया एक्ज़िम बैंक) ने 15 दिसंबर 2021 को मध्य प्रदेश के इंदौर में परियोजना निर्यातकों के लिए वैश्विक अवसरों को बढ़ाना विषय पर आउटरीच सेमिनार आयोजित किया। इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के निर्यातकों तथा व्यवसायियों के अलावा पीईपीसीए ईसीजीसी और फिक्की के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। इंडिया एक्ज़िम बैंक राष्ट्रीय निर्यात बीमा खाते (एनईआईए) में भारत सरकार से प्राप्त निधियों के जरिए अगले पांच वर्षों में 7 बिलियन यूएस डॉलर के परियोजना निर्यातों के वित्तपोषण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रयासरत है।
इंडिया एक्ज़िम बैंक के शोध पत्र के अनुसार वित्तीय वर्ष 2025 तक मध्य प्रदेश से निर्यातों का आंकड़ा 10. 6 बिलियन यूएस डॉलर का होने का पूर्वानुमान है। बैंक ने मध्य प्रदेश से निर्यातों की संभावनाओं का पता लगाने के लिए 2018 में मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम किया था और इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। वित्तीय वर्ष 2020 में मध्य प्रदेश से निर्यात 5. 3 बिलियन यूएस डॉलर के रहेए जो 2021 में बढ़कर 6. 5 बिलियन यूएस डॉलर के हो गए।
इंडिया एक्ज़िम बैंक के शोध पत्र में कुछ मर्चैंडाइज वस्तुओं को चिह्नित किया गया है जिनमें मध्य प्रदेश से निर्यातों को बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं जिससे विदेशी मुद्रा आय बढ़ सकती है।
इनमें फार्मासूटिकल सूती धागे एल्युमीनियम ऑटो पुर्जे और सोयाबीन शामिल हैं। इस शोध पत्र के हवाले से इंडिया एक्ज़िम बैंक के उप प्रबंध निदेशक एन. रमेश ने राज्य से निर्यातों को बढ़ाने के लिए कुछ उपायों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि राज्य की वेयरहाउसिंग और कोल्ड स्टोरेज क्षमता बढ़ाकरय विशेष रूप से राज्य के पूर्वी हिस्से में और अधिक इनलैंड कंटेनर डिपो स्थापित करय जीआई टैग के लिए नए उत्पादों को चिह्नित कर पर्यटन क्षेत्र की संभावनाएं पता लगाकर और भावी निर्यातों के स्रोत के रूप में एफडीआई आकर्षित कर राज्य से निर्यातों को बढ़ाया जा सकता है।