इंदौर। तीन करोड़ के फर्जीवाड़े में फंसे रियल एस्टेट कारोबारी शैलेंद्र अग्रवाल की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही है। दरअसल, शैलेन्द्र अग्रवाल पर कनाड़िया थाना पुलिस ने 14 लाख 50 हजार रुपये की धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। बता दें कि, ठेकेदार नितिन पांचाल का आरोप है कि, शैलेंद्र ने गायत्री पैराडाइज में फर्जी दस्तावेजों से प्लाट का सौदा कर रुपये लिए थे। वहीं टीआइ जगदीश प्रसाद जमरे के मुताबिक सूरज नगर निवासी नितिन पांचाल ने आरोपित शैलेंद्र अग्रवाल निवासी साउथ तुकोगंज कनाड़िया स्थित गायत्री पैराडाइज में 1118 वर्गफीट का प्लाट 14 लाख 50 हजार रुपये में खरीदा था।
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मिली जानकारी के अनुसार नितिन ने 10 लाख रुपये एलआइसी से लोन लेकर आरोपित की कंपनी राजशील रियलटर्स के खाते में जमा करवाए। इसके साथ ही शेष रकम नितिन ने खुद के खाते से जमा किया। नितिन ने प्लाट की रजिस्ट्री करवाकर नक्शा स्वीकृत करवाया और मकान निर्माण शुरू किया। करीब 25 लाख रुपये खर्च करने के बाद पता चला कि जिस प्लाट की रजिस्ट्री की, उसका शैलेंद्र के पास अधिकार ही नहीं है। डीआइजी मनीष कपूरिया को शिकायत करने पर जांच की गई और गुरुवार को शैलेंद्र के विरुद्ध पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस के मुताबिक शैलेंद्र अग्रवाल के विरुद्ध धोखाधड़ी का दूसरा मामला है। दरअसल इससे पहले 16 नवंबर को भी कारोबारी पंकज देव की शिकायत पर गायत्री पैराडाइज जमीन घोटाले में केस दर्ज हुआ था।