इंदौर। रबी की सीजन में सिंचाई कार्यों का मुख्य दौर आने से बिजली की मांग सर्वोच्च स्तर पर पहुंच रही है। सोमवार की मालवा और निमाड़ में बिजली की अधिकतम मांग 5600 मैगावाट पार कर गई। बिजली कंपनी ने शासन के आदेशानुसार मांग के अनुरूप आपूर्ति का प्रबंध किया है, पिछले चौबीस घंटों के दौरान पौने दस करोड़ यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई है। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि कंपनी स्तर पर सबसे ज्यादा बिजली की मांग और पूर्ति रबी सीजन के दौरान होती है। वर्तमान में रबी सीजन का मुख्य दौर चल रहा है, इसलिए बिजली की मांग सर्वोच्च स्तर के करीब पहुंच चुकी है।
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श्री तोमर ने बताया कि सोमवार को बिजली की मांग 5600 मैगावाट के पार रही, मांग के मुताबिक ही बिजली की गुणवत्ता से आपूर्ति की जा रही है। प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बताया कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान मालवा-निमाड़ क्षेत्र के सभी जिलों में पौने दस करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति की गई है। सिंचाई के लिए राज्य शासन के आदेश के अनुसार दैनिक दस घंटे बिजली वितरित हो रह है। प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बताया कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान सबसे ज्यादा बिजली इंदौर जिले में 1.35 करोड़ और धार 1.25 करोड़ करोड़ यूनिट बिजली वितरित हुई है।
उज्जैन जिले में 1.18 करोड़ यूनिट बिजली वितरित हुई। इसी तरह खरगोन में 97 लाख यूनिट, देवास में 94 लाख यूनिट, रतलाम में 76 लाख यूनिट बिजली एक ही दिन में वितरित हुई है। अन्य जिलों में 20 लाख से 55 लाख यूनिट तक बिजली दैनिक वितरित हो रही है। प्रबंध निदेशक ने बताया कि कंपनी स्तर पर कार्यपालक निदेशक श्री गजरा मेहता आपूर्ति के लिए नोडल अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे है, जबकि प्रत्येक जिले में भी नोडल अधिकारी कार्य कर रबी सीजन में प्रभावी भूमिका निभाकर किसानों की यथासंभव मदद कर रहे है।