मध्य प्रदेश के मंदसौर में धन के देवता कुबेर देव का एक प्राचीन चमत्कारी मंदिर है। यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं। हर साल धनतेरस के दिन यहां लोगों की भारी भीड़ रहती है। कहा जाता है कि ये मंदिर 150 साल पुराना है। इस मंदिर को गुप्तकाल में स्थापित किया गया था।
जानकारी के मुताबिक, मंदसौर के खिलचीपुरा में स्थित कुबेर देवता का ये मंदिर बेहद चमत्कारी माना जाता है। बताया जाता है कि पश्चिम मुखी कुबेर प्रतिमा वाले इस मंदिर के कपाट कभी बंद नहीं होते। वहीं धनतेरस पर यहां खास पूजा की जाती है। ऐसे में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
मान्यताओं के मुताबिक, ये विश्व का एकमात्र मंदिर है, जिसमें कुबेर के साथ भगवान शिव की प्रतिमा भी विराजमान है। यह चमत्कारी मंदिर यहां बनाया नहीं गया है बल्कि यह उड़कर आया है। बड़ी बात ये है कि इस मंदिर की नींव नहीं है। बता दे, कुबेर का मंदिर है तो जाहिर है कि लोगों के मन में आसपास खजाना दबा होने की संभावना भी होगी। इस वजह से लोग मान्यता के चलते धनतेरस की रात में यहां खुदाई भी करते हैं।
लोगों का मानना है कि खजाने की तलाश में कई लोग पागल भी हुए हैं। वहीं कई मुश्किलों में घिर गए है। ऐसी मान्यता भी है कि यहां से मिट्टी ले जाकर तिजोरी में रखने से वह धन में परिवर्तित हो जाती है और कुबेर देवता की कृपा बनी रहती है। इस चमत्कारी मंदिर में दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और खासकर दिवाली और धनतेरस पर यहां भारी भीड़ होती है।