बिहार विधानसभा चुनाव के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गया में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर बिहार में एनडीए की सरकार बनती है, तो उत्तर प्रदेश की तरह यहां भी माफिया और अपराधियों पर बुलडोजर चलाया जाएगा। योगी आदित्यनाथ गया के बेलागंज में हम पार्टी के प्रत्याशी रोहित कुमार के समर्थन में आयोजित एक रैली में बोल रहे थे।
उन्होंने जनता से विकास की राजनीति के लिए एनडीए को वोट देने की अपील की और कहा कि बिहार को अपराध और परिवारवाद की वापसी से बचाना होगा। योगी ने 2005 से पहले के ‘जंगलराज’ का जिक्र करते हुए लालू यादव और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
अपराधियों को ‘हड्डी-पसली पस्त’ करने की चेतावनी
योगी आदित्यनाथ ने अपने खास अंदाज में कानून-व्यवस्था को लेकर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यूपी में माफियाओं को इस तरह पस्त किया गया है कि वे अब अपराध करने से डरते हैं। उन्होंने इसी मॉडल को बिहार में भी लागू करने का वादा किया।
“बिहार में एनडीए सरकार आएगी तो अपराधियों की हड्डी पसली पस्त होगी और युवाओं के हाथों में रोजगार आएगा। हमने यूपी में बुलडोजर चला कर माफियाओं को ऐसा पस्त किया है कि उसकी हड्डी पसली बुलडोजर से पस्त कर दी है।”
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसे लोगों को सत्ता में न आने दें जो बिहार को फिर से पुराने अंधेरे दौर में धकेलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “2005 का जंगलराज वापस नहीं आना चाहिए।”
विकास और रोजगार का वादा
योगी आदित्यनाथ ने अपराध पर नियंत्रण के साथ-साथ विकास और रोजगार को भी अपने भाषण का मुख्य केंद्र बनाया। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बिहार के विकास के बारे में सोचेगी, जबकि विपक्षी दल केवल अपने परिवार के बारे में सोचते हैं।
यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा, “कोई माफिया अपराधी जीत जाएगा तो वह अपने परिवार के बारे में सोचेगा, लेकिन एनडीए की सरकार बनती है तो वह बिहार के बारे में सोचेगी, विकास के बारे में सोचेगी।” उन्होंने दावा किया कि यूपी में माफियाओं पर कार्रवाई के साथ-साथ नौजवानों को रोजगार देकर ‘मस्त’ किया गया है।
अतरी विधानसभा में एनडीए के लिए प्रचार
यह चुनावी सभा अतरी विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार रोहित कुमार के समर्थन में बेला गांव के हाई स्कूल मैदान में आयोजित की गई थी। इस दौरान भारी भीड़ को संबोधित करते हुए योगी ने एनडीए प्रत्याशी को जिताने की अपील की। योगी आदित्यनाथ की इस रैली ने बिहार के सियासी माहौल में नई गर्मी ला दी है। एक तरफ जहां एनडीए कानून-व्यवस्था और विकास को मुद्दा बना रहा है, वहीं महागठबंधन बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है।











