मध्यप्रदेश में थमी बारिश, बढ़ेगी ठंड की रफ्तार, अगले पांच दिनों तक मौसम रहेगा शुष्क, जानें कैसा रहेगा प्रदेश का हाल

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By Pinal PatidarPublished On: November 6, 2025
MP Weather Update

मध्यप्रदेश में पिछले कई दिनों से लगातार चल रही बारिश, तेज़ हवाओं और गरज-चमक का दौर अब आखिरकार थमने जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अगले पांच दिनों तक आसमान साफ रहेगा और फिलहाल कहीं भी वर्षा की संभावना नहीं है। हालांकि, अब तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होगा और ठंड धीरे-धीरे अपने पैर पसारने लगेगी। मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा का कहना है कि आने वाले दिनों में रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की जा सकती है। सबसे पहले इसका असर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में महसूस होगा, जहां उत्तर दिशा से आने वाली ठंडी हवाएँ तापमान को तेजी से नीचे लाएंगी।

पहाड़ों की बर्फबारी का असर अब एमपी पर भी दिखेगा



उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में अब बर्फबारी शुरू हो चुकी है, और इसका असर धीरे-धीरे मध्यप्रदेश तक पहुंचने वाला है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 48 घंटों के भीतर इसका प्रभाव प्रदेश के उत्तरी जिलों में दिखाई देगा। ग्वालियर, चंबल, नीमच, मंदसौर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा और शाजापुर जैसे जिलों में रात के तापमान में तेज़ी से गिरावट आने की संभावना है। इन इलाकों में सुबह-शाम की ठंड पहले बढ़ेगी, जबकि मध्य और दक्षिणी हिस्सों में यह प्रभाव कुछ दिनों बाद दिखाई देगा।

नमी और बादलों ने रोकी थी ठंड की रफ्तार

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ओर से आई नमी के कारण राज्य के आसमान पर लगातार बादल छाए रहे। यही वजह थी कि ठंडी हवाएं प्रदेश में प्रवेश नहीं कर पाईं और तापमान में अपेक्षित गिरावट नहीं हो सकी। इस दौरान हरियाणा के समीप बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन ने उत्तरी हवाओं को रोक दिया था। अब यह सिस्टम अगले 24 घंटों में पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) में शामिल हो जाएगा, जिससे ठंडी हवाओं का मार्ग फिर से खुल जाएगा। इसके बाद पूरे प्रदेश में रात के तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जाएगी।

कई जिलों में पारा 20 डिग्री से नीचे, पचमढ़ी सबसे ठंडा

बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में हल्की बारिश देखने को मिली, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। श्योपुर, शिवपुरी, ग्वालियर, गुना, सागर, बैतूल, छतरपुर और छिंदवाड़ा में हल्की बौछारें पड़ीं। नरसिंहपुर में रात का तापमान एक ही दिन में 5.4 डिग्री गिर गया और 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री, इंदौर में 18.2 डिग्री और ग्वालियर में 20.1 डिग्री रहा। दिन के समय पचमढ़ी सबसे ठंडा स्थान रहा, जहाँ अधिकतम तापमान मात्र 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे साफ है कि धीरे-धीरे राज्य में सर्दी दस्तक दे चुकी है।

अक्टूबर में हुई रिकॉर्ड बारिश, नवंबर में ठंड के साथ लौट सकती है बौछारें

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस साल अक्टूबर महीने में औसतन 2.8 इंच बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 121% अधिक है। यह बीते कई वर्षों में सबसे अधिक वर्षा वाला अक्टूबर साबित हुआ। दिलचस्प बात यह है कि 30 अक्टूबर को भोपाल का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा जो पिछले 25 वर्षों में अक्टूबर का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि नवंबर में भी बीच-बीच में हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी, लेकिन इसके साथ ठंड का असर और तेज़ होता जाएगा। आने वाले सप्ताह में प्रदेश की सुबहें ठंडी और शामें सुहानी रहने की उम्मीद है।