मध्यप्रदेश में मौसम का बदला मिजाज, ठंडक ने दी दस्तक, जबलपुर सहित इन 16 जिलों में हल्की बारिश के आसार

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By Pinal PatidarPublished On: November 5, 2025

मध्यप्रदेश में अक्टूबर के आख़िर से मौसम का रुख पूरी तरह बदल गया है। कुछ दिन पहले तक जहां तेज़ बारिश और हवाओं का दौर जारी था, वहीं अब राज्य में ठंडक ने अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है। ग्वालियर-चंबल संभाग में मंगलवार की रात तापमान 18 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया, जिससे सुबह के समय कोहरे की मोटी चादर ने पूरा इलाका ढक लिया। इससे सर्दी का एहसास और भी गहराने लगा है। कई जगहों पर लोग अब सुबह-शाम गरम कपड़ों का इस्तेमाल करने लगे हैं।

प्रदेश में ठंड और हल्की बारिश का दौर बरकरार



मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार को भी राज्य के कई हिस्सों में ठंड का असर जारी रहेगा। हालांकि, जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल और शहडोल संभाग में हल्की बारिश या बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। वहीं, राजधानी भोपाल, इंदौर और उज्जैन में धूप निकलने से दिन में तापमान लगभग 30 डिग्री के आसपास रहेगा, जिससे मौसम में संतुलन बना रहेगा। सुबह ठंडी और शामें सुहानी होने लगी हैं, जबकि दोपहर में हल्की गर्माहट महसूस हो सकती है।

साइक्लोनिक सर्कुलेशन और पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखना शुरू

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, फिलहाल साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में सक्रिय है। इसके चलते प्रदेश के पश्चिमी और मध्य क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो रही है। इसके अलावा, एक पश्चिमी विक्षोभ भारत की ओर बढ़ रहा है, जिसके कारण हिमालयी इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है। यह सिस्टम धीरे-धीरे उत्तर भारत के मौसम को ठंडा कर देगा, और इसका प्रभाव मध्यप्रदेश के उत्तरी जिलों जैसे ग्वालियर, मुरैना और भिंड में तापमान गिरने के रूप में दिखाई देगा।

अगले कुछ दिनों का पूर्वानुमान: बढ़ेगी ठंड, घटेगा तापमान

मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 5 और 6 नवंबर को मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। इसके बाद, उत्तर से चलने वाली ठंडी हवाओं के कारण तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिल सकती है। मौसम में यह बदलाव 15 नवंबर तक जारी रहेगा और इसके बाद ठंड का असर तेजी से बढ़ जाएगा। यानी अब धीरे-धीरे मध्यप्रदेश पूरी तरह सर्दी के मौसम की ओर बढ़ रहा है।

पचमढ़ी बनी सबसे ठंडी जगह

प्रदेश के सबसे ठंडे इलाके के रूप में इस बार पचमढ़ी ने बाजी मारी है। मंगलवार को यहां तापमान में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई और अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह राज्य का सबसे ठंडा स्थान बन गया है। वहीं, शिवपुरी, श्योपुर, रतलाम, रायसेन, इंदौर, ग्वालियर और बैतूल जैसे शहरों में भी तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। इससे स्पष्ट है कि अब प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में ठंड ने दस्तक दे दी है।

अक्टूबर की बारिश ने बनाया रिकॉर्ड

इस साल अक्टूबर का महीना बारिश के मामले में रिकॉर्डतोड़ साबित हुआ। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में सामान्य से 121% अधिक वर्षा हुई। जहां सामान्य तौर पर अक्टूबर में औसतन 1.3 इंच बारिश होती है, वहीं इस बार 2.8 इंच वर्षा दर्ज की गई। इतनी अधिक बारिश के चलते न केवल नदी-नालों का जलस्तर बढ़ा, बल्कि खेतों में नमी भी बनी रही, जो रबी फसलों के लिए लाभदायक मानी जा रही है।

क्या आप तैयार हैं ठंड के स्वागत के लिए?

मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज अब पूरी तरह बदल चुका है। हल्की बारिश और गिरते तापमान ने ठंड की दस्तक को और स्पष्ट कर दिया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 15 नवंबर के बाद सर्द हवाएं और अधिक सक्रिय होंगी, जिससे सुबह और रात का तापमान तेजी से नीचे जा सकता है। अगर आप भी इस ठंड के मौसम का आनंद लेना चाहते हैं, तो गरम कपड़े, स्वेटर, और ब्लैंकेट पहले से तैयार रखें। साथ ही, बाहर निकलते समय छतरी या जैकेट साथ रखना न भूलें, क्योंकि बूंदाबांदी और ठंडी हवाओं का साथ अभी कुछ दिनों तक बना रहेगा।