सिंहस्थ-28 की तैयारियों को लेकर उज्जैन संभाग में जोरशोर से कार्य शुरू हो गया है। नगर निगम ने महाकालेश्वर मंदिर चौराहे से बड़े गोपाल मंदिर तक के मार्ग को 20 मीटर चौड़ा बनाने की योजना बनाई है, जिसमें कुल 12.5 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। वहीं, शनि मंदिर से चिंतामण गणेश मंदिर तक करीब पांच किलोमीटर लंबा फोरलेन मार्ग भी बनाया जाएगा। सिंहस्थ की संभागीय समिति ने इन परियोजनाओं को अपनी अनुशंसा दे दी है।
अपर मुख्य सचिव की बैठक में चर्चा
सिंहस्थ की तैयारियों की समीक्षा के लिए अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा की अध्यक्षता में संभागीय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उज्जैन और इंदौर संभाग के विभिन्न जिलों में कुल 1277 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की अनुशंसा की गई। इसमें सबसे अधिक ध्यान उज्जैन जिले के लिए रखा गया, जहां 852 करोड़ रुपए से अधिक के कार्य प्रस्तावित हैं। राजेश राजौरा ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि सिंहस्थ के दौरान ऊर्जा खपत का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि घाटों पर फ्लड लाइट का इस्तेमाल केवल महाकाल महोत्सव के समय किया जाए, जबकि बहुत आवश्यक जगहों पर स्थायी फ्लड लाइट लगाई जा सकती है। सभी निर्माण और सुधार कार्य अक्टूबर 2027 से पहले पूरे किए जाने चाहिए। गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
सड़क और पुल निर्माण के कार्य
बैठक में बताया गया कि हरिफाटक पुल का चौड़ीकरण, नईखेड़ी, पंवासा, चिंतामण मंदिर और रेलवे स्टेशन की कनेक्टिविटी कार्य फिलहाल टेंडर प्रक्रिया में हैं। पर्यवेक्षण समिति की छठी बैठक के लिए इन सभी कार्यों की अनुशंसा की गई। बैठक में संभागायुक्त, मेला अधिकारी आशीष सिंह, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी गोपाल डाड, उज्जैन कलेक्टर रौशनकुमार सिंह सहित सभी जिलों के कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ उपस्थित थे।
उज्जैन जिले के लिए प्रस्तावित कार्यों की सूची
• घाटों का चौड़ीकरण: 15 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन घाटों के प्रवेश स्ट्रक्चर की चौड़ाई बढ़ाकर 30 मीटर की जाएगी।
• वॉच टावर: घाटों पर 6.5 मीटर ऊँचाई के 20 वॉच टावर लगाने के लिए 3.97 करोड़ रुपए का प्रावधान।
• महाकालेश्वर मार्ग: महाकालेश्वर मंदिर चौराहे से बड़े गोपाल मंदिर तक मार्ग का चौड़ीकरण 12.5 करोड़ रुपए में।
• गुदरी चौराहा मार्ग: गुदरी चौराहे से पानदरीबा, हरसिद्धि पाल तक 15 मीटर चौड़ा मार्ग, और बंबई वाले की धर्मशाला से मोड़ धर्मशाला तक 18 मीटर चौड़ा मार्ग, लागत 19 करोड़ रुपए।
• फोरलेन मार्ग: शनि मंदिर से चिंतामण मंदिर तक पांच किलोमीटर लंबा फोरलेन मार्ग, लागत 30 करोड़ रुपए।
• रामवासा से नरवर मार्ग: 9.2 किमी लंबा चार लेन मार्ग, 78 करोड़ रुपए।
• उन्हेल, रामाबालोदा, खोकरी, अंबोदिया व नईखेड़ी मार्ग: 26.7 किमी लंबा मार्ग, 117.88 करोड़ रुपए।
• जवासिया से लेकोड़िया-सांवेर-देपालपुर मार्ग: 22 किमी लंबा मार्ग, 144.57 करोड़ रुपए।
• नवीन पुल निर्माण: शनि मंदिर से मेंठिया मार्ग पर 9 करोड़ रुपए में नया पुल।
• आरओबी निर्माण: नईखेड़ी-सिलोदारावल मार्ग पर 625 मीटर लंबा रेल ओवर ब्रिज, 37.5 करोड़ रुपए।
• मंदिर संरक्षण: कालभैरव मंदिर का संरक्षण और उन्नयन, 100 करोड़ रुपए।
• शनि और नवग्रह मंदिर का उन्नयन: 140 करोड़ रुपए।
• इंटीग्रेटेड मेला कार्यालय: दत्त अखाड़ा जोन का जोनल कार्यालय निर्माण, 26.55 करोड़ रुपए।
• शिप्रा नदी मार्ग निर्माण: शिप्रा नदी के पूर्वी भाग की ओर 18 मीटर चौड़ा और 6.1 किमी लंबा मार्ग, 117.70 करोड़ रुपए।