एमपी में सितंबर तक होगा कलेक्टरों का बड़ा फेरबदल, इन अफसरों पर गिरेगी गाज

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By Raj RathorePublished On: August 25, 2025

मध्य प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल की सुगबुगाहट तेज हो गई है। सिंहस्थ 2028 जैसे भव्य आयोजन की तैयारियों में जुटे उज्जैन संभाग को फिलहाल स्थायी संभागायुक्त का इंतजार है। दरअसल, 31 जुलाई को संभागायुक्त संजय गुप्ता के सेवानिवृत्त होने के बाद से यह जिम्मेदारी अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर झा के पास है। इसी तरह बड़वानी जिले में कलेक्टर गुंचा सनोबर लगातार अवकाश पर जा रही हैं, जिसके चलते वहां फिलहाल जिला पंचायत सीईओ काजल जावला प्रभार संभाल रही हैं। दूसरी ओर, हरदा, शाजापुर, श्योपुर और बुरहानपुर जैसे जिलों में भी जिला पंचायत सीईओ का अभाव है और विभिन्न अफसरों को प्रभार सौंपा गया है।


सितंबर में बड़ा प्रशासनिक बदलाव संभव

सूत्रों की मानें तो मंत्रालय समेत प्रदेश के कई जिलों में नई प्रशासनिक जमावट की तैयारी हो रही है। यह बदलाव अब अगस्त के आखिर के बाद सितंबर में होने की संभावना जताई जा रही है। खासकर उज्जैन संभाग के लिए स्थायी संभागायुक्त की नियुक्ति की चर्चा है। माना जा रहा है कि इंदौर कलेक्टर और प्रभारी मेला अधिकारी सिंहस्थ को उज्जैन का नया संभागायुक्त बनाया जा सकता है। वहीं, बड़वानी जिले को भी नया कलेक्टर मिलने की उम्मीद है। साथ ही, कुछ और जिलों के कलेक्टरों को बदलने पर भी मंथन जारी है।

विवादों में घिरे कलेक्टरों पर गिरेगी गाज

प्रदेश में ऐसे कई कलेक्टर हैं जिनके कामकाज को लेकर भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने बार-बार शिकायतें की हैं। सरकार ने इन अफसरों का पूरा रिकार्ड खंगाल लिया है और कुछ मामलों की क्रॉस चेकिंग भी की गई है। इसमें कई शिकायतें सही पाई गई हैं। ऐसे में तय माना जा रहा है कि विवादों में फंसे और अपेक्षित परिणाम न देने वाले इन कलेक्टरों की जल्द ही छुट्टी हो सकती है।

नॉन-परफॉर्मिंग अफसर भी लिस्ट में

सूत्रों के अनुसार, सरकार की नजर उन अफसरों पर भी है जिन्हें मुख्यधारा में लंबे समय से काम करने का मौका मिला, लेकिन वे अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए। ऐसे अफसरों पर “नॉन-परफॉर्मिंग” टैग लगाकर मुख्यधारा से हटाने की तैयारी है। इन अधिकारियों की कमजोरियों की वजह से न केवल केंद्र और राज्य की योजनाएं प्रभावित हुईं, बल्कि जनता और जनप्रतिनिधियों का भरोसा भी डगमगाया है।

इन कलेक्टरों के तबादले की चर्चा

प्रदेश में कई कलेक्टर ऐसे हैं जिनका कार्यकाल लंबा हो चुका है और प्रशासनिक हलकों में उनके तबादले की अटकलें हैं—
• रीवा – कलेक्टर प्रतिभा पाल (पदभार: 6 अप्रैल 2023, कार्यकाल 28 महीने)
• धार – कलेक्टर प्रियंक मिश्रा (पदभार: 11 नवंबर 2022, कार्यकाल 33 महीने)
• आगर मालवा – कलेक्टर राघवेंद्र सिंह (पदभार: 13 जुलाई 2023, कार्यकाल 25 महीने)
• मुरैना – कलेक्टर अंकित अस्थाना (पदभार: 9 नवंबर 2022, कार्यकाल 33 महीने)
• मैहर – कलेक्टर रानी बाथड (पदभार: 6 अक्टूबर 2023, कार्यकाल 22 महीने)
• आलीराजपुर – कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर (पदभार: 12 जुलाई 2023, कार्यकाल 25 महीने)
• पांढुर्ना – कलेक्टर अजय देव शर्मा (पदभार: 10 अक्टूबर 2023, कार्यकाल 25 महीने)