उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर क्रैश: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गंगनानी के पास 8 मई 2025 को हुए हेलीकॉप्टर क्रैश की प्रारंभिक रिपोर्ट विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (AAIB) ने जारी कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार पायलट ने आखिरी वक्त में इमरजेंसी लैंडिंग की कोशिश की थी, लेकिन वह असफल रही और हेलीकॉप्टर पहाड़ी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। 8 मई को एयरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का बेल 407 हेलीकॉप्टर यात्रियों को लेकर गंगोत्री मंदिर की ओर रवाना हुआ था। हेलीकॉप्टर में कुल 7 लोग सवार थे, जिनमें से 5 महिला तीर्थयात्री, एक पायलट और एक यात्री सहायक शामिल थे।
उड़ान के कुछ समय बाद ही तकनीकी खराबी के चलते हेलीकॉप्टर ने असामान्य व्यवहार करना शुरू किया। इसके बाद पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग की कोशिश की, लेकिन गंगनानी के पास यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में?
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि इंजन फेलियर की आशंका हो सकता है। हेलीकॉप्टर के मुख्य इंजन में तकनीकी गड़बड़ी सामने आई है, जिससे पावर सप्लाई रुक गई और रोटर की गति अचानक धीमी हो गई। इस दौरान पायलट ने सूझबूझ दिखाई। पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग की दिशा में प्रयास किए, लेकिन समतल ज़मीन की कमी और ऊंचाई की वजह से लैंडिंग सफल नहीं हो सकी। हेलिकॉप्टर ने तेज गिरावट के साथ टक्कर हो गई। हेलीकॉप्टर जमीन से टकराने से पहले एक पेड़ से भी टकराया, जिससे उसे जोरदार झटका लगा और वह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
कितने लोग मारे गए?
इस भयानक दुर्घटना में 6 लोगों की मौत हुई। जिनमें 5 महिला तीर्थयात्री और पायलट शामिल था। इस घटना में 1 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसे देहरादून एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। हेलीकॉप्टर देहरादून से उड़ान भरकर हर्षिल होते हुए गंगोत्री धाम की ओर जा रहा था। चारधाम यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु हेलीकॉप्टर सेवा का उपयोग करते हैं। इस विशेष हेलीकॉप्टर को एयरोट्रांस सर्विसेज द्वारा संचालित किया जा रहा था, जिसे चारधाम यात्रा सीजन के लिए विशेष अनुमति मिली थी। AAIB की अंतिम रिपोर्ट विस्तृत जांच के बाद कुछ महीनों में आने की उम्मीद है।
प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर DGCA ने हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों के लिए सुरक्षा दिशा निर्देशों की समीक्षा शुरू कर दी है। हेलीकॉप्टर सेवाओं के पायलट प्रशिक्षण और मशीनों की स्थिति की नियमित जांच के लिए सख्त दिशानिर्देश की सिफारिश की गई है।