उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान उपद्रव की खबरों और उस पर हो रही बयानबाजी को लेकर धार्मिक संतों और नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। हनुमान गढ़ी, अयोध्या के महंत राजू दास ने इस विवाद पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इसे “सनातन धर्म को टारगेट करने की सुनियोजित साजिश” करार दिया है।
आस्था को बदनाम करने की कोशिश
महंत राजू दास ने कहा- “कुछ पत्रकार और नेता कांवड़ यात्रा की isolated घटनाओं के जरिए सनातन धर्म को निशाना बना रहे हैं। देश में हजारों धार्मिक आयोजन होते हैं, लेकिन आलोचना सिर्फ हिंदू परंपराओं की ही क्यों होती है?” उन्होंने आगे कहा कि पूरे देश में करोड़ों कांवड़ यात्री शांति से यात्रा करते हैं, लेकिन कुछ इकाई घटनाओं को उछालकर कांवड़ियों को “उपद्रवी” साबित करने की कोशिश की जा रही है। हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि “सनातन धर्म को योजनाबद्ध तरीके से टारगेट किया जा रहा है।”
मुहर्रम का ज़िक्र कर उठाए सवाल
महंत ने हाल ही में बीते मुहर्रम का हवाला देते हुए कहा कि “उस दौरान भी कई जगहों पर उपद्रव की खबरें आईं, लेकिन कोई नेता या तथाकथित बुद्धिजीवी कुछ नहीं बोला। हमें खुद यात्रा के दौरान रोका गया और टारगेट किया गया, लेकिन किसी ने हमारी सुरक्षा या भावनाओं की चिंता नहीं की।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुहर्रम के दौरान भी हथियारों के साथ प्रदर्शन हुआ, पर उस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई, जबकि कांवड़ यात्रा में एक-दो छिटपुट घटनाओं पर सनातन धर्म को घसीटा जा रहा है।
कुछ लोग कांवड़ की आड़ में कर रहे साजिश
राजू दास ने आरोप लगाया कि कुछ शरारती तत्व कांवड़ यात्रियों का वेश धारण कर जानबूझकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं ताकि पूरी यात्रा और सनातन परंपरा को बदनाम किया जा सके। उन्होंने उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन कालनेमी” की सराहना करते हुए कहा कि “इस अभियान के तहत कई फर्जी बाबा और भेषधारी उपद्रवियों को पकड़ा गया है जो भगवा पहनकर लोगों को गुमराह कर रहे थे।”
माहौल खराब करने वालों पर हो कार्रवाई
महंत राजू दास ने यह भी मांग की कि जो लोग कांवड़ यात्रा की आड़ में शांति भंग करने या धार्मिक माहौल खराब करने की साजिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। महंत राजू दास ने दावा किया कि जो वीडियो और खबरें कांवड़ यात्रा को लेकर वायरल की जा रही हैं, वे पूरी यात्रा को बदनाम करने की साजिश हैं। उन्होंने कहा कि “कुछ शरारती तत्व भगवा पहनकर, कांवड़ उठाकर यात्रा में शामिल होते हैं और जानबूझकर उपद्रव करते हैं, ताकि सनातन धर्म को कटघरे में खड़ा किया जा सके।