आज के समय में कई ऐसे लोग है जो घर में कई तरह के सब्जियों और फलों की गार्डनिंग करना पसंद करते हैं। लेकिन घर में लगे इन पौधों में फूल और फलों का न लगना एक चिंता का विषय बन जाता है। इन पौधों की पूरी देखरेख और सावधानियां बरतनी के बाद भी जब इनमें फूल नहीं आते और फल नहीं लगता तो ऐसे में लोग परेशान हो जाते हैं। इसलिए आज हम आपको लौकी के पौधों में फल न लगने की समस्या से छुटकारा दिलाने वाले उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
लौकी की बेल पर आखिर क्यों नहीं लगते हैं फल?
लौकी के पौधे की पूरी देखरेख करने और सब कुछ करने के बाद भी फल न लगने के कई कारण हो सकते हैं। मिट्टी में पोटेशियम और फास्फोरस की कमी होना बेल में लौकी ना लगने का कारण हो सकता है। इसके अलावा दूसरा कारण नर फूलों का मादा फूलों तक पराग ना पहुंच पाना और मधुमक्खियां या फिर अन्य परागकणों की कमी के चलते पौधों में फल नहीं लग पाते हैं। पानी में कमी या जरूरत से ज्यादा पानी देना भी फल न लगने का एक कारण हो सकता है।

कटी हुई सब्जियों के कचरे का इस्तेमाल करे
कटी हुई सब्जियों के कचरे का इस्तेमाल आप खाद के रूप में कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले सब्जियों के कचरे को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट ले मिट्टी के बर्तन में रख दे और इसके बाद इसमें कुछ केंचुए डालकर 15 दिनों तक इसको ऐसे ही छोड़ दे। बीच-बीच में से चेक करते रहे और स्टिक से मिलते रहे। इसके बाद 15 दिन बाद इसको लौकी के बेल की जड़ों के पास डाल देना है और अच्छे से मिट्टी में मिला देना है।
लकड़ी की राख का इस्तेमाल करे
लकड़ी की राख में पोटेशियम और फास्फोरस दोनों भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसमें कई सूक्ष्म पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। इसीलिए इसका इस्तेमाल भी किया जा सकता है इसकी ठंडी राख और सूखी हुई राख को लौकी के बल की जड़ों के पास मिट्टी में अच्छे से मिला देना चाहिए।
चाय पत्ती का इस्तेमाल करें
चायपत्ती में नाइट्रोजन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। चाय बनाने के बाद जो फेंकी जाती है वह पत्ती अच्छे से संभाल कर इसको बेल की जड़ों के पास मिट्टी में मिलाकर इस्तेमाल करना चाहिए। इससे पौधों में फल न लगने की समस्या समाप्त हो जाएगी। लौकी का पौधा फलों से लग जाएगा।