Cotton Mandi Bhav: भारत की मंडियों में कपास के दामों ने रफ्तार पकड़ ली है! 16 मई, 2025 के ताजा मंडी भाव के अनुसार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और बिहार के शहरों में कपास की कीमतों में जोरदार तेजी देखी जा रही है। बढ़ती मांग, कम आपूर्ति, और वैश्विक बाजार की हलचल ने किसानों और व्यापारियों का ध्यान खींचा है। आइए, इन 5 राज्यों के 30 शहरों के मंडी भाव के साथ इस तेजी की कहानी जानें।
मध्य प्रदेश: कपास का चमकदार खेल
मध्य प्रदेश में कपास की औसत कीमत ₹6200/क्विंटल है। खंडवा में ₹6354, धार में ₹4970, बारवानी में ₹6299, खरगोन में ₹6085, इंदौर में ₹6250, भोपाल में ₹6150, ग्वालियर में ₹6100, जबलपुर में ₹6200, रीवा में ₹6050, और सागर में ₹6180 प्रति क्विंटल का भाव रहा। बारवानी में कीमतें सबसे ज्यादा रहीं।

महाराष्ट्र: दामों का धमाल
महाराष्ट्र में औसत कीमत ₹6300/क्विंटल है। मुंबई में ₹6400, पुणे में ₹6300, नासिक में ₹6250, नागपुर में ₹6450, औरंगाबाद में ₹6280, और सोलापुर में ₹6200 प्रति क्विंटल का भाव रहा। नागपुर में मांग बढ़ने से कीमतें चढ़ीं, जो तेजी का संकेत है।
उत्तर प्रदेश: कपास की रफ्तार
उत्तर प्रदेश में औसत कीमत ₹6000/क्विंटल है। लखनऊ में ₹6100, कानपुर में ₹5950, वाराणसी में ₹6150, आगरा में ₹5900, मेरठ में ₹6050, गोरखपुर में ₹6120, आजमगढ़ में ₹5850, अलीगढ़ में ₹5980, प्रयागराज में ₹6070, और बरेली में ₹6000 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। वाराणसी में कीमतें सबसे ऊंची रहीं।
राजस्थान: तेजी का तूफान
राजस्थान में औसत कीमत ₹6400/क्विंटल है। जयपुर में ₹6500, जोधपुर में ₹6350, उदयपुर में ₹6400, बीकानेर में ₹6300, कोटा में ₹6450, और अलवर में ₹6550 प्रति क्विंटल का भाव रहा। अलवर में मांग ने कीमतों को नई ऊंचाई दी।
बिहार: कीमतों का जोर
बिहार में औसत कीमत ₹5900/क्विंटल है। पटना में ₹6000, गया में ₹5800, भागलपुर में ₹5900, मुजफ्फरपुर में ₹5950, दरभंगा में ₹5850, और पूर्णिया में ₹5920 प्रति क्विंटल का भाव रहा। पटना में कीमतें सबसे ज्यादा रहीं।
तेजी के पीछे का राज
रिपोर्ट के मुताबिक, कपास की कीमतों में यह उछाल वैश्विक मांग और कम उत्पादन से आया है। मंडियों में कई दिनों से तेजी का माहौल है, और कीमतें MSP से कहीं ऊपर जा रही हैं। यह तेजी कपास किसानों के लिए सुनहरा मौका है, क्योंकि उनकी फसल अब अच्छा मुनाफा दे रही है।
भविष्य की उम्मीद
विशेषज्ञों का कहना है कि मांग बनी रहने से कीमतें और बढ़ सकती हैं। सरकार समर्थन मूल्य पर खरीद को बढ़ावा दे रही है, जिससे किसानों को फायदा होगा। किसान सही समय पर बिक्री कर मुनाफा कमा सकते हैं। कपास की यह तेजी अब हर किसान की उम्मीद बन गई है।