Bihar Monsoon 2025 : इस बार मानसून समय से पूर्व देश में दस्तक देने की तैयारी में है। समय से चार दिन पहले मानसून की दस्तक देखी जा सकती है। इसके लिए स्थिति अनुकूल बताई जा रही है। वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुमान के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून के 27 मई तक केरल पहुंचने के आसार जताए गए हैं। यदि केरल में मानसून की एंट्री समय से पहले होती है तो ऐसे में राज्यों में भी यह समय से पहले पहुंच सकता है।
बता दे कि आमतौर पर मानसून 1 जुलाई को केरल के रास्ते देश में प्रवेश करता है लेकिन इस बार मानसून की स्थिति पहले से बेहतर है। केरल में पहले मानसून आने की उम्मीद के साथ ही बिहार के लिए भी राहत भरी खबर है। बिहार में समय से पहले मानसून का प्रवेश माना जा रहा है। आईएमडी के अनुसार बिहार में मानसून प्रवेश की संभावित तिथि 13 से 15 जून मानी जा रही है। पिछले बार बिहार में मानसून की एंट्री 5 दिन की देरी के साथ 20 जून को हुई थी। सामान्य स्थिति में यह 13 जून तक बिहार में एंट्री कर लेता है।

मानसून में पिछले बार 20% कम बारिश भी रिकॉर्ड
मानसून में पिछले बार 20% कम बारिश भी रिकॉर्ड की गई थी जबकि 2023 में मानसून समय से एक दिन पहले 12 जून को ही राज्य में प्रवेश कर चुका था। हालांकि तब भी इसमें 23% कम बारिश रिकार्ड की गई थी। 2020 से 2022 के बीच बिहार में मानसून 13 जून को प्रवेश कर चुका है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार भी 13 से 15 जून के भीतर बिहार में मानसून की एंट्री हो सकती है।
बिहार में मानसून प्रवेश की संभावित तिथि 13 से 15 जून
सामान्य बारिश के अनुमान की बात करें तो मानसून सीजन के दौरान बिहार में सामान्य बारिश 1272.5 मिलीमीटर होती है। 2021 के बाद से बिहार में मानसून का सीजन अच्छा नहीं माना गया है। इस दौरान मानसून में सामान्य से अधिक बारिश नहीं हुई है। इतना ही नहीं सामान्य बारिश में भी कमी देखने को मिली है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि अगर 2025 में समय से पहले मानसून आता है तो अच्छी बारिश हो सकती है। हालांकि वास्तविक स्थिति मानसून के दस्त के बाद यह स्पष्ट हो पाएगी।
मौसमी चक्र की सहायता वजह से अच्छी बारिश
कई बार समय से पहले मानसून की एंट्री होने के बाद भी मौसमी चक्र की सहायता न होने की वजह से अच्छी बारिश नहीं हो पाती है। ऐसे में यदि वेदर सिस्टम मानसून को सहायता करता है तो सामान्य से अच्छी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है। बता दे की मौसम विभाग के मुताबिक 15 मई को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा मानसून के पूर्वानुमान की रिपोर्ट जारी की जाएगी। इसके बाद स्थिति और स्पष्ट हो सकती है।
देश भर में मानसून की एंट्री की बात की जाए तो आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक मानसून केरल में उम्मीद के अनुरूप पहुंचता है। 2009 में 23 मई को मानसून की दस्तक देखने को मिली थी। फिलहाल मानसून के 1 जून के आसपास देश में पहुंचने का अनुमान लगाया जाता है। वहीं जुलाई के पहले सप्ताह तक मानसून पूरे देश में फैल जाता है। सितंबर के दूसरे सप्ताह के समाप्त होने के साथ ही मानसून की देश से विदाई निश्चित मानी जाती है और 15 अक्टूबर तक यह पूरी तरह से देश से वापस चला जाता है।