4 लेन से 10 लेन में तब्दील होगा प्रदेश का ये बायपास, जुड़ेंगे ये दो हाईवे, यातायात होगा और भी तेज़

भोपाल के अयोध्या बायपास का चौड़ीकरण 4 से 10 लेन करने की परियोजना शुरू होगी, जिससे यातायात सुगम होगा और 2 वर्षों में पूरा होने पर रत्नागिरी से एयरपोर्ट का सफर 25 मिनट में होगा। इस प्रोजेक्ट की लागत 836 करोड़ रुपए है और इसमें फ्लाईओवर, अंडरपास और विस्तारित कनेक्टिविटी शामिल है।

Srashti Bisen
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भोपाल की यातायात व्यवस्था में सुधार के उद्देश्य से अयोध्या बायपास का चौड़ीकरण किया जा रहा है, जिससे शहर में आवागमन और भी सुविधाजनक हो जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत अयोध्या बायपास को 4 लेन से बढ़ाकर 10 लेन चौड़ा बनाया जाएगा।

यह परियोजना न केवल भोपाल की यातायात समस्या को हल करेगी, बल्कि 2 बड़े राष्ट्रीय राजमार्गों को भी जोड़ने का कार्य करेगी। निर्माण कार्य 1 जून, 2025 से शुरू हो जाएगा, और उम्मीद है कि यह दो साल के भीतर पूरा हो जाएगा।

नई सड़क की संरचना और लाभ

निर्माण के बाद यह 16 किलोमीटर लंबा मार्ग लगभग 43 मीटर चौड़ा होगा, जिसमें 25 मीटर चौड़ी 6-लेन सड़क होगी, साथ ही प्रत्येक दिशा में 7.5 मीटर की सर्विस रोड भी बनाई जाएगी। इसके अलावा, सड़क के दोनों ओर 1.5 मीटर चौड़े शोल्डर भी होंगे। इससे न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि सफर की गति भी बढ़ेगी। इस मार्ग के नए रूप के बाद रत्नागिरी से एयरपोर्ट का सफर महज 25 मिनट में पूरा किया जा सकेगा, जबकि वर्तमान में यह सफर लगभग 50 मिनट का होता है।

आर्थिक लागत और समयसीमा

इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 836 करोड़ रुपए है और इसे 2 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना के कार्यों की प्रगति की निगरानी के लिए प्रदेश की पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री कृष्णा गौर ने हाल ही में एक बैठक आयोजित की, जिसमें एनएचएआई और संबंधित विभागों के अधिकारियों से मार्ग के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। मंत्री गौर ने इस कार्य में किसी भी प्रकार की देरी को रोकने का निर्देश दिया और अधिकारियों से कहा कि इस परियोजना को तय समयसीमा में पूरा किया जाए, ताकि यह प्रदेश का आदर्श रोड बन सके।

सड़क चौड़ीकरण के दौरान किए जाने वाले बदलाव

इस सड़क चौड़ीकरण के दौरान आने वाले विद्युत पोल और पाइपलाइन आदि को शिफ्ट किया जाएगा, ताकि निर्माण कार्य में कोई अड़चन न आए। इसके साथ ही, सड़क के किनारे आने वाले पेड़ों को हटाना पड़ेगा, लेकिन इस नुकसान की भरपाई के लिए 4 गुना अधिक पेड़ लगाए जाएंगे। साथ ही, ट्रैफिक की समस्या को हल करने के लिए इस परियोजना में कई बड़े फ्लाईओवर और अंडरपास भी शामिल किए गए हैं।

महत्वपूर्ण फ्लाईओवर और अंडरपास

इस परियोजना में तीन प्रमुख फ्लाईओवर बनाए जाएंगे, जिनमें से एक करोंद चौराहे, दूसरा पीपुल्स मॉल के पास और तीसरा मीनाल रेजिडेंसी के पास होगा। इसके अतिरिक्त, ट्रैफिक की निर्बाध गति के लिए 18 अंडरपास भी बनाए जाएंगे। इससे न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि इन फ्लाईओवरों और अंडरपास के निर्माण से वाहनों की आवाजाही में तेजी आएगी और दुर्घटनाओं के जोखिम को भी कम किया जाएगा।

विस्तारित कनेक्टिविटी और समुदायों को फायदा

इस सड़क के बनने से भोपाल के रायसेन और विदिशा एनएच-23 से जुड़ने की सुविधा भी मिलेगी, जिससे इन क्षेत्रों में रहने वाली करीब 20 लाख की आबादी को सीधा लाभ होगा। इसके अलावा, इस मार्ग के निर्माण से केंद्र सरकार के इंडस्ट्रियल कॉरिडोर प्रोजेक्ट को भी बढ़ावा मिलेगा, जो क्षेत्रीय विकास में एक अहम कड़ी साबित होगा।