भोपाल में कांग्रेसियों का अनोखा विरोध, हाथों में जंजीर बांधकर किया ट्रंप और मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन

अमेरिका द्वारा भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट कर बेड़ियों में जकड़कर भेजे जाने के विरोध में, भोपाल में पीसीसी चीफ और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने बोर्ड ऑफिस चौराहे पर अंबेडकर प्रतिमा के पास हाथों में जंजीरें बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया।

अमेरिका द्वारा भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट कर बेड़ियों में बांधकर भेजने की घटना पर भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है। बोर्ड ऑफिस चौराहे पर अंबेडकर प्रतिमा के पास कार्यकर्ताओं ने हाथों में जंजीरें बांधकर इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ भोपाल शहर और ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष भी शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने अमेरिका की ट्रंप सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की।

इससे पहले, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने एक प्रेस वार्ता कर सरकार पर तीखा हमला बोला। गौरतलब है कि 5 फरवरी को अमेरिका ने 104 भारतीयों को डिपोर्ट किया था, जिन्हें यूएस मिलिट्री के C-17 विमान से अमृतसर एयरपोर्ट लाया गया। इन सभी के हाथ-पैर बेड़ियों और जंजीरों से जकड़े गए थे।

अपराधियों को भी मिलता है अपनी बात रखने का मौका

जीतू पटवारी ने कहा कि दस साल बाद, जब लोग मोदी के वादों पर विश्वास जता रहे थे, तब उन्होंने देखा कि देश के नागरिकों का किस तरह अपमान किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी के सबसे करीबी मित्र ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान भारतीयों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया।

पटवारी ने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति और संविधान के अनुसार, अपराधियों को भी अपनी बात रखने का अवसर दिया जाता है, लेकिन इस मामले में भारतीय नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।

भारतीय नागरिकों को मालवाहक विमान से किया गया डिपोर्ट

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि ट्रंप सरकार ने वैश्विक स्तर पर भारतीय नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि लोगों को एक मालवाहक विमान में ठूंसकर यातनाएं दी गईं और फिर हथकड़ियां पहनाकर भारत के एयरपोर्ट पर छोड़ दिया गया।

पटवारी ने इस घटना को न केवल भारत के लिए शर्मनाक बताया, बल्कि मोदी सरकार के लिए भी अत्यंत अपमानजनक करार दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों के साथ हुए इस अपमानजनक व्यवहार ने मोदी सरकार की असलियत उजागर कर दी है।