बारिश का मौसम सभी को पसंद होता हैं। कई लोग मॉनसून में घूमने जाते हैं और पार्टी एन्जॉय करते हैं लेकिन इस मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रखना ज्यादा जरुरी हैं। इस मौसम में अक्सर कई प्रकार की बीमारियों के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ मच्छरों द्वारा फैलने वाले रोग भी अत्यधिक संक्रमित हो जाते हैं। अभी चल रही कोरोना महामारी में हमें सावधान रहना काफी ज्यादा जरुरी हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि लोगों को बारिश के सीजन में अपने दैनिक जीवन में कुछ बदलाव करने चाहिए, जिससे उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके और उन्हें किसी भी तरह की बीमारियां ना हो। लेकिन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए नियमित और सेहतमंद भोजन ग्रहण करना जरूरी है। कई शोध के अनुसार, हमारे खान-पान का असर हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। मानसून के सीजन में अपने खानपान और रोजाना एक्सरसाइज पर विशेष ध्यान देना चाहिए। जिससे हमें कसी भी बीमारी का खतरा न रहे।
-बारिश के मौसम में बोरवेल या नल के पानी में कई तरह के रोगाणु पनप सकते हैं। इन रोगाणु से डायरिया, पेट में इंफेक्शन और टाइफाइड हो सकता है। इसीलिए बारिश के मौसम में साफ पानी पीना चाहिए।
-बारिश के मौसम में हर एक इंसान को चटपटी और ऑयली चीजें खाना पसंद होता है। मगर इन चीजों का सेवन करने से आपको कई तरह की पेट संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। जानकार बताते हैं कि मॉनसून सीजन में हमारा मेटाबॉलिज्म कमजोर पड़ जाता है जिसके वजह से कई रोग हो सकते हैं।
-यह तो हम सभी जानते हैं कि हरी सब्जियां हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। मगर, विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश के मौसम में हमें इनसे परहेज करना चाहिए। ऐसा इसीलिए क्योंकि बारिश के मौसम में मॉइश्चर और उमस के वजह से हरी सब्जियों के पत्तियों पर कई रोगाणु पनप सकते हैं। इसलिए इस मौसम में पत्ता गोभी, फूल गोभी और पालक जैसी सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए।
-बारिश के मौसम में उमस के वजह से शरीर के अंदर फ्लूइड खत्म हो जाता है। ऐसे में शरीर के अंदर फ्लूइड की मात्रा को नियंत्रित रखने के लिए हमें पानी पीना चाहिए। इसके साथ आप काढ़ा और विशेष मसाला चाय पी सकते हैं जिसके अंदर अदरक, इलायची और तुलसी जैसे लाभदायक मसाले मौजूद हों।