देवास। जिले की ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली व्यवस्था में और सुधार किया जाएगा। पर्याप्त मैंटेनेंस, फीडरों की मानिटरिंग एवं ट्रांसफार्मरों की लोड वेरिफिकेशन कर जरूरत होने पर ज्यादा क्षमता का ट्रांसफार्मर भी लगाया जाएगा।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक विकास नरवाल, कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला, हाटपिपल्या के पूर्व विधायक मनोज चौधरी व अन्य जन प्रतिनिधियों की चर्चा में उक्त निर्णय लिया गया। देवास के सर्किट हाउस पर बुधवार दोपहर जिले की बिजली वितरण व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा में जिले के सभी बिजली अधिकारी विशेष रूप से मौजूद थे। इस दौरान मनोज चौधरी ने पटाडी में नया ग्रिड बनाने, खटाम्बा, देवगढ़, नेवरी में बिजली कई बार बंद होने का समाधान करने, किसानों व आम उपभोक्ताओं को शासकीय योजनाओं की जानकारी देने, शिवपुर मुंडला में 600 फीट की केबल लगाने आदि के मांग पत्र सौंपे। नरवाल ने बताया कि करोना वायरस संक्रमण के दौरान राज्य शासन ने पात्र घरेलू उपभोक्ताओं को अप्रैल, मई व जून के बिल 50 रूपए, 100 एवं 50 फीसदी के बिल तीन माह तक देने के निर्देश दिए थे। इस क्रम में अंतिम माह यानि जून की खपत के रियायती बिल जुलाई में वितरित हो रहे है, देवास जिले में भी करोड़ों की सब्सिडी दी गई है। उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे एवं कृषि कार्य के लिए 10 घंटे बिजली वितरण हो रहा है। लाक डाउन के दौरान जिन उपभोक्ताओं को रीडिंग व बिल को लेकर शिकायतें थी, उनकी शिकायतों का समाधान शिविर लगाकर किया जा रहा है। इस दौरान उज्जैन के मुख्य अभियंता पुनीत दुबे, देवास के अधीक्षण अभियंता अमित सक्सैना ,कार्यपालन अभियंता सतीश कुमरावत देवास शहर, राजीव रंजन देवास ग्रामीण, राकेश जौहर सोनकच्छ, बीएम गुप्ता कन्नौद, आरपी कुंडल बागली, अरविंद सिंह आदि उपस्थित थे।
नरवाल ने मिटिंग भी ली
मप्रपक्षेविविकं इंदौर के प्रबंध देवास जिले के अभियंताओं की मिटिंग भी ली। इसमें उन्होंने कहा कि बिजली वितरण गुणवत्ता के साथ हो। शिकायतों का समाधान समय पर हो, उपभोक्ताओं से कर्मचारियों व अधिकारियों का व्यव्हार ठीक हो, बारिश में यदि बिजली व्यवधान आता है, तो सुधार कार्य तेजी से हो, ताकि उपभोक्ताओं को कम से कम परेशानी उठानी पड़े।