MP

दुनिया के 5 दिग्गज खिलाड़ी, जो कभी नहीं खेल पाए देश के लिए वर्ल्ड कप, ये भारतीय प्लेयर भी है शामिल

Author Picture
By Srashti BisenPublished On: January 24, 2025

Cricket Records : हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वह अपने देश के लिए वर्ल्ड कप खेले और ट्रॉफी जीतकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करे। हालांकि, कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं, जो अपनी शानदार प्रतिभा और संघर्ष के बावजूद वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने से चूक गए। आइए, जानते हैं उन पांच दिग्गज क्रिकेटरों के बारे में जिन्होंने कभी वर्ल्ड कप खेलने का मौका नहीं पाया:

वीवीएस लक्ष्मण (भारत)

वीवीएस लक्ष्मण को टेस्ट क्रिकेट का एक शानदार बल्लेबाज माना जाता है। अपनी 16 साल की करियर में, उन्होंने भारत के लिए 134 टेस्ट मैच खेले और कई यादगार पारियां खेली। हालांकि, उनका वनडे करियर कभी खास नहीं रहा और उन्हें 2003 वर्ल्ड कप टीम में जगह नहीं मिली। भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने इस फैसले को एक गलती माना था, लेकिन लक्ष्मण के लिए वर्ल्ड कप का सपना अधूरा रह गया।

जस्टिन लैंगर (ऑस्ट्रेलिया) 

दुनिया के 5 दिग्गज खिलाड़ी, जो कभी नहीं खेल पाए देश के लिए वर्ल्ड कप, ये भारतीय प्लेयर भी है शामिल

ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज जस्टिन लैंगर ने टेस्ट क्रिकेट में खुद को साबित किया था। लैंगर और मैथ्यू हेडन की सलामी जोड़ी को दिग्गज माना जाता था, लेकिन वनडे क्रिकेट में उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। उन्हें सिर्फ आठ वनडे मैचों का मौका मिला और कभी भी वर्ल्ड कप खेलने का मौका नहीं आया।

एलिस्टेयर कुक (इंग्लैंड)

एलिस्टेयर कुक इंग्लैंड के सबसे बड़े बल्लेबाजों में शुमार हैं और टेस्ट क्रिकेट में 12,000 से ज्यादा रन बनाए। लेकिन, उनके वनडे करियर में वह उतनी चमक नहीं दिखा पाए। 2011 वर्ल्ड कप के बाद कप्तानी संभालने के बावजूद, वह कभी वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा नहीं बन पाए और 2015 में इंग्लैंड को छोड़ दिया।

स्टुअर्ट मैकगिल (ऑस्ट्रेलिया) 

ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर स्टुअर्ट मैकगिल को शेन वॉर्न के दौर में अपनी प्रतिभा दिखाने का कम मौका मिला। वह ऑस्ट्रेलिया के लिए सिर्फ 44 टेस्ट और 3 वनडे खेले। वॉर्न की उपस्थिति में, मैकगिल को वर्ल्ड कप में खेलने का मौका कभी नहीं मिला।

इरापल्ली प्रसन्ना (भारत)

इरापल्ली प्रसन्ना को भारत के सबसे महान ऑफ स्पिनरों में गिना जाता है। उन्होंने भारत के लिए 49 टेस्ट मैचों में 189 विकेट लिए, लेकिन कभी वनडे टीम में जगह नहीं बना सके। इसके चलते वह कभी वर्ल्ड कप खेलने का सपना पूरा नहीं कर पाए।