पाकिस्तान में 19 फरवरी से होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का चयन कर लिया गया है। शनिवार, 18 जनवरी को कप्तान रोहित शर्मा और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया। हालांकि, इस घोषणा में 2.5 घंटे की देरी हुई, जिसका मुख्य कारण उप-कप्तान का चयन था। चयन प्रक्रिया के दौरान कप्तान रोहित शर्मा, हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के बीच लंबी बहस हुई।
पंड्या को उप-कप्तान बनाने पर टला विवाद
चयन प्रक्रिया में सबसे बड़ी समस्या उप-कप्तान के चयन को लेकर थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, चैंपियंस ट्रॉफी के लिए लगभग सभी खिलाड़ी पहले ही तय हो गए थे, लेकिन उप-कप्तान की जिम्मेदारी को लेकर कप्तान रोहित और कोच गंभीर के बीच मतभेद थे। गंभीर पंड्या को उप-कप्तान बनाना चाहते थे, जबकि रोहित और अगरकर शुभमन गिल को यह जिम्मेदारी देना चाहते थे। इसके बाद काफी देर तक चर्चा हुई, और अंततः गंभीर को हार माननी पड़ी। इस बहस के बाद गिल को उप-कप्तान घोषित किया गया।
रोहित की कप्तानी पर फिर छाया विवाद
यह पहली बार नहीं था जब रोहित और पंड्या के बीच कप्तानी को लेकर विवाद हुआ हो। टी20 वर्ल्ड कप से पहले भी जब पंड्या उप-कप्तान थे, तो रोहित ने सूर्यकुमार यादव को टी20 कप्तान बनाने की कोशिश की थी। इस पर भी काफी बहस हुई थी और अंततः सूर्या को कप्तान बना दिया गया, जबकि पंड्या से उप-कप्तानी छीन ली गई थी। अब एक बार फिर से पंड्या से उप-कप्तानी का पद ले लिया गया है, और गिल को यह जिम्मेदारी दी गई है।
सैमसन की जगह पंत को मिला मौका
टीम इंडिया में दूसरे विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ पंत और संजू सैमसन के बीच भी चयन को लेकर खींचतान थी। गौतम गंभीर, जो टी20 क्रिकेट में सैमसन के प्रदर्शन के कायल हैं, उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में शामिल करना चाहते थे। लेकिन रोहित शर्मा और अजीत अगरकर पंत को वरीयता दे रहे थे। आखिरकार, गंभीर की सलाह को नजरअंदाज कर पंत को दूसरे विकेटकीपर के रूप में चुना गया, और सैमसन को बाहर किया गया।