Virat Kohli : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज की शुरुआत विराट कोहली ने शानदार शतक के साथ की थी, जो पर्थ टेस्ट में आया था। अब, एडिलेड टेस्ट में कोहली से एक और बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही है। यदि विराट कोहली इस टेस्ट मैच में 102 रन बना लेते हैं, तो वह क्रिकेट की दुनिया के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। आइए जानते हैं इस रिकॉर्ड के बारे में।
विराट कोहली का रिकॉर्ड
विराट कोहली ने पर्थ टेस्ट में अपने टेस्ट करियर का 30वां शतक जड़ा। उनकी शानदार बल्लेबाजी फॉर्म को देखते हुए, अब सबकी नजरें एडिलेड टेस्ट पर हैं, जहां वे एक और ऐतिहासिक पारी खेल सकते हैं। कोहली इस मैदान पर अब तक 509 रन बना चुके हैं और वह इस स्थान पर तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विदेशी बल्लेबाज हैं। उनसे आगे दो दिग्गज हैं—विवियन रिचर्ड्स, जिनके 552 रन हैं, और ब्रायन लारा, जिन्होंने एडिलेड में 610 रन बनाए हैं। यदि विराट इस मैच में 102 रन और बना लेते हैं, तो वह इन दोनों महान बल्लेबाजों को पीछे छोड़ते हुए एडिलेड में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विदेशी बल्लेबाज बन जाएंगे।
एडिलेड में टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज
- ब्रायन लारा – 610 रन
- सिर विवियन रिचर्ड्स – 552 रन
- विराट कोहली – 509 रन
- वैली हैमंड – 482 रन
- लियोनार्ड हटन – 456 रन
विराट के आंकड़े और उनकी शानदार फॉर्म को देखते हुए यह संभावना और भी मजबूत होती है कि वह इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।
विराट कोहली के एडिलेड ओवल पर आंकड़े
विराट कोहली का एडिलेड ओवल में प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा है। अब तक उन्होंने यहां 4 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 63.63 के औसत से 509 रन बनाए हैं। इस दौरान, विराट ने तीन शतक भी लगाए हैं। इन आंकड़ों से साफ होता है कि एडिलेड ओवल उनके लिए एक सुखद स्थल रहा है, और इस बार भी उनके बल्ले से एक बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही है।
कोहली के लिए यह मैच इसलिए भी खास है क्योंकि यदि वह शतक लगाते हैं, तो यह उनके करियर का 81वां टेस्ट शतक होगा, जो एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
6 दिसंबर से शुरू होगा एडिलेड टेस्ट
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाएगा। भारतीय टीम पहले टेस्ट मैच में शानदार जीत के बाद सीरीज में 1-0 की बढ़त बना चुकी है, और अब टीम की नजरें इस टेस्ट पर हैं। इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा टीम का नेतृत्व करेंगे, और एक बार फिर कोहली से बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही है।
कुल मिलाकर, विराट कोहली के पास इस टेस्ट में न केवल अपने व्यक्तिगत रिकॉर्ड को बेहतर बनाने का मौका है, बल्कि वह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक और बड़ा योगदान देने की स्थिति में हैं।