घी और ऑलिव ऑयल दोनों को ही सेहत के लिए लाभकारी माना जाता है। जबकि ऑलिव ऑयल विदेशों से भारत में आया है, देसी घी का विकास भारत में ही हुआ है। आइए, जानते हैं कि सेहत के लिहाज से इनमें से कौन सा अधिक फायदेमंद है।
घी और ऑलिव ऑयल: किसे चुनें अपनी सेहत के लिए?
घी में सैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जबकि जैतून के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स पाए जाते हैं। घी आंतों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है, जबकि ऑलिव ऑयल शरीर में सूजन को कम करता है। इसके अलावा, ऑलिव ऑयल का उपयोग करने से कोलेस्ट्रॉल भी कम हो सकता है। टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. विशाल बताते हैं कि ऑलिव ऑयल में हेल्दी फैट्स होते हैं, जो सेहत के लिए लाभकारी हैं और यह पोषण में भी वृद्धि करते हैं। वहीं, घी का सेवन यदि अत्यधिक न किया जाए, तो यह कुछ जोखिम भी उत्पन्न कर सकता है। हालांकि, डॉक्टर यह भी मानते हैं कि दोनों के फायदे अलग-अलग होते हैं, और इसलिए एक को चुनना कठिन है। लोग अपनी पसंद और स्वाद के हिसाब से, अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए घी या ऑलिव ऑयल का चयन कर सकते हैं।
क्या है अंतर?
घी को उच्च तापमान पर पकाना संभव है, जबकि ऑलिव ऑयल 320 डिग्री से अधिक तापमान सहन नहीं कर सकता। घी का पाचन आसान होता है, लेकिन लैक्टोज इंटॉलरेंस से पीड़ित लोगों के लिए ऑलिव ऑयल अधिक उपयुक्त है। घी आंतों के लिए अधिक फायदेमंद होता है और इससे आपकी इम्यूनिटी भी मजबूत होती है। घी के सेवन से हड्डियों की मजबूती में भी मदद मिलती है। वहीं, ऑलिव ऑयल में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं। दिल की समस्याओं वाले लोगों के लिए ऑलिव ऑयल घी से बेहतर होता है। कैलोरी की बात करें तो दोनों में कैलोरी होती है, लेकिन घी की तुलना में ऑलिव ऑयल में थोड़ी कम कैलोरी पाई जाती है।
घी के फायदे
- पाचन में सुधार लाता है।
- हड्डियों को सुदृढ़ बनाता है।
- त्वचा की चमक बढ़ाने में मददगार।
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
ऑलिव ऑयल के फायदे
- हृदय के लिए अनुकूल।
- वजन कम करने में सहायक।
- सूजन को घटाता है।
- रक्तचाप के असंतुलन में लाभकारी।