FD Interest Rates : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की आगामी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में रेपो रेट में कटौती की संभावना जताई जा रही है। अगर ऐसा होता है, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पर ब्याज दरों में भी गिरावट देखी जा सकती है। इस स्थिति में वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने का यह सबसे अच्छा समय है, क्योंकि अभी बैंकों द्वारा प्रदान की जा रही ब्याज दरें अधिक हैं।
सरकारी बैंकों की ब्याज दरें: अपेक्षाकृत कम
सरकारी बैंकों की तुलना में प्राइवेट बैंकों की ब्याज दरें अधिक हैं। सरकारी बैंकों में ब्याज दरें निम्नलिखित हैं:
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI): सामान्य नागरिकों के लिए 3 साल की एफडी पर 6.75% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.25% ब्याज दर।
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB): सामान्य नागरिकों के लिए 7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.5% ब्याज दर।
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI): सामान्य नागरिकों के लिए 6.7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.2% ब्याज दर।
इन ब्याज दरों की तुलना में प्राइवेट बैंकों की दरें अधिक आकर्षक हैं।
प्राइवेट बैंकों में FD पर अधिक ब्याज
प्राइवेट बैंकों में एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरें सरकारी बैंकों के मुकाबले ज्यादा हैं। कुछ प्रमुख प्राइवेट बैंकों द्वारा दी जा रही ब्याज दरें निम्नलिखित हैं:
- एचडीएफसी बैंक (HDFC): सामान्य नागरिकों के लिए 7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.5% ब्याज।
- आईसीआईसीआई बैंक (ICICI): सामान्य और वरिष्ठ नागरिकों के लिए समान दरें – 7% और 7.5%।
- कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra): सामान्य नागरिकों के लिए 7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.6% ब्याज दर।
- फेडरल बैंक (Federal Bank): सामान्य नागरिकों के लिए 7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.5% ब्याज दर।
इन बैंकों द्वारा 3 साल की एफडी पर दी जाने वाली ब्याज दरें वर्तमान में बैंकों में सबसे आकर्षक हैं।
FD में निवेश का समय: अब सबसे अच्छा मौका
फाइनेंशियल विशेषज्ञों के अनुसार, यदि आप भी फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह समय बेहद फायदेमंद हो सकता है। एफडी की ब्याज दरों में रेपो रेट में कटौती के बाद गिरावट हो सकती है, इसलिए जल्द ही निवेश करने से आपको ज्यादा फायदा मिल सकता है।