मध्य प्रदेश में इन दिनों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नम हवाएं आ रही हैं, जिससे मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। अरब सागर में स्थित गहरा कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है और तट से दूर हट चुका है, जिससे वहां के मौसम पर असर पड़ा है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट पर ऊपरी हवा में एक चक्रवात बना हुआ है, जबकि उत्तरी अंडमान में भी चक्रवात की स्थिति बनी हुई है। राजस्थान पर एक प्रति चक्रवात भी मौजूद है। इसके प्रभाव से प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए हुए हैं और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो रही है।
बारिश और तापमान की स्थिति
रविवार को प्रदेश के बैतूल और नर्मदापुरम जिलों में दो-दो मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। प्रदेश के सबसे गर्म स्थान खजुराहो में रविवार को 36.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया, जबकि कई अन्य स्थानों पर भी गर्मी का असर देखा गया। न्यूनतम तापमान के लिहाज से 9 शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहा।
मौसम में अगले 24 घंटे में बदलाव
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, सोमवार को नर्मदापुरम, जबलपुर और इंदौर संभाग में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, रायसेन और सीहोर में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है।
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तापमान की स्थिति
रविवार को प्रदेश में सर्वाधिक तापमान खजुराहो में 36.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि गुना में 36.3, ग्वालियर में 35.6, भोपाल में 32.02, उज्जैन में 33.8 और जबलपुर में 27.8 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान पचमढ़ी में 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा, रीवा में 18 डिग्री, मंडला में 18.5 डिग्री, भोपाल में 22 डिग्री, ग्वालियर में 19.6 डिग्री, इंदौर में 22.4 डिग्री और जबलपुर में 21.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया।
बारिश और ओलावृष्टि की संभावना
मौसम विभाग ने सोमवार को कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने का अनुमान जताया है। इन जिलों में भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदा पुरम, हरदा, खंडवा, अलीराजपुर, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मालवा, मंदसौर, अशोकनगर, मुरैना, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, पन्ना, मैहर, पांढुर्णा, बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, झाबुआ, धार, छिंदवाड़ा और बालाघाट जिले शामिल हैं। इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं वज्रपात और ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है।